रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले शेयर बाजारों में निवेशकों के सतर्क रुख के बीच सोमवार को बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 66 अंक टूटकर 26,777.45 अंक पर बंद हुआ। वैश्विक बाजारों से मिले-जुले रुख का भी बाजार पर प्रभाव पड़ा।
आईटी, उपभोक्ता टिकाऊ, स्वास्थ्य तथा तेल एवं गैस शेयरों में गिरावट दर्ज की गई, क्योंकि निवेशक रिजर्व बैंक की मंगलवार को जारी की जाने वाली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा से पहले जोखिम लेने से बचे। विदेशी कोषों की ओर से अच्छे पूंजी प्रवाह के बीच शुरू में सेंसेक्स में तेजी रही। बाद में मुनाफावसूली से सेंसेक्स 65.58 अंक या 0.24 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,777.45 अंक पर बंद हुआ।
कारोबारियों के अनुसार अधिकतर निवेशक यह मानकर चल रहे हैं कि रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन 2015-16 में 7.6 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि के बाद नीतिगत ब्याज दर के मामले में फिलहाल यथास्थिति बनाए रखेंगे और मंगलवार को आरबीआई की नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। इससे धारणा प्रभावित हुई।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी तीन कारोबारी सत्र की तेजी के बाद 19.75 अंक या 0.24 प्रतिशत की गिरावट के साथ 8,201.05 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,234.70 से 8,186.05 अंक के दायरे में रहा।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक को लेकर चिंता तथा यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने को लेकर अनिश्चितता का भी बाजार पर असर पड़ा। हालांकि बेहतर जीडीपी आंकड़ा तथा मॉनसून सामान्य से बेहतर रहने की भविष्यवाणी से गिरावट पर थोड़ा अंकुश लगा।
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