ADVERTISEMENT

शेयर बाजार पर दिख सकता है कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों का असर

अगले सप्ताह शेयर बाजार की चाल कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे, प्रमुख कंपनियों की चौथी तिमाही के नतीजे, घरेलू और वैश्विक बाजार के व्यापक आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के प्रदर्शन, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थापक निवेशकों (डीआईआई) के निवेश, डॉलर के खिलाफ रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर तय होंगे.
NDTV Profit हिंदीIANS
NDTV Profit हिंदी02:41 PM IST, 13 May 2018NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

अगले सप्ताह शेयर बाजार की चाल कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे, प्रमुख कंपनियों की चौथी तिमाही के नतीजे, घरेलू और वैश्विक बाजार के व्यापक आर्थिक आंकड़ों, वैश्विक बाजारों के प्रदर्शन, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) और घरेलू संस्थापक निवेशकों (डीआईआई) के निवेश, डॉलर के खिलाफ रुपये की चाल और कच्चे तेल की कीमतों के आधार पर तय होंगे.

अगले सप्ताह जिन कंपनियों के तिमाही नतीजे जारी होंगे, उनमें ल्यूपिन अपनी मार्च तिमाही के नतीजे मंगलवार (15 मई) को जारी करेंगे. हिंडाल्को इंडस्ट्रीज और आईटीसी अपनी मार्च तिमाही के नतीजे बुधवार (16 मई) को जारी करेगी. बजाज ऑटो अपनी मार्च तिमाही के नतीजों की घोषणा शुक्रवार (18 मई) को करेगी.

राजनीतिक मोर्चे पर, कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदान एक चरण में शनिवार (12 मई) और इसके नतीजों की घोषणा मंगलवार (15 मई) को की जाएगी. कर्नाटक कांग्रेस द्वारा शासित तीन राज्यों में से एक है. भारतीय जनता पार्टी ने दक्षिण भारतीय राज्यों पर आक्रामक ढंग से ध्यान केंद्रित किया है. कर्नाटक में विधानसभा की 224 सीटें हैं. सरकार का गठन करने के लिए 113 सीटों की ज़रूरत है.

आर्थिक मोर्चे पर, विनिर्माण उत्पादन में आई कमी के कारण मार्च में देश के औद्योगिक उत्पादन में गिरावट दर्ज की गई है और यह 4.4 फीसदी पर रही, जबकि फरवरी में यह 7 फीसदी पर थी. आधिकारिक आंकड़ों से शुक्रवार को यह जानकारी मिली. 

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल-दर-साल आधार पर सूचकांक मूल्य अपरिवर्तित रहा, जबकि आईआईपी में 2017 के मई में मामूली 4.4 फीसदी की वृद्धि हुई थी.

इसके अलावा, आंकड़ों से पता चलता है कि फैक्टरी उत्पादन में क्रमिक आधार पर आई मंदी का मुख्य कारण विनिर्माण क्षेत्र में उत्पादन में आई कमी है. सरकार उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) और थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति के अप्रैल के आंकड़े सोमवार (14 मई) को जारी करेगी. सीपीआई और डब्ल्यूपीआई मार्च में क्रमश : 4.28 फीसदी और 2.47 फीसदी पर रही थी.

वैश्विक मोर्चे पर, चीन की औद्योगिक उत्पादन के अप्रैल के आंकड़े मंगलवार (15 मई) को जारी किए जाएंगे. मार्च साल-दर-साल आधार पर चीन के औद्योगिक उत्पादन में 6 फीसदी की तेजी दर्ज की गई थी. जापान की जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के पहली तिमाही के आंकड़े बुधवार (16 मई) को जारी किए जाएंगे. अमेरिका की खुदरा बिक्री के अप्रैल के आंकड़े मंगलवार (15 मई) को जारी किए जाएंगे.

(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

NDTV Profit हिंदी
लेखकIANS
NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT