दूरसंचार स्पेक्ट्रम नीलामी के दसवें दिन की समाप्ति पर आज बोली राशि मामूली बढ़कर 1,02,215 करोड़ रुपये तक पहुंच गई और अस्थाई तौर पर आवंटित स्पेक्ट्रम के लिए बोली में कोई वृद्धि नहीं दिखाई दी।
दूरसंचार विभाग के अनुसार 61वें दौर के आखिर में 87 प्रतिशत स्पेक्ट्रम अस्थाई तौर पर बोली लगाने वालों को आवंटित कर दिया गया। कल तक नीलामी से कुल 1,01,432 करोड़ रुपये की प्राप्ति हुई। विभिन्न बैंडों में जो स्पेक्ट्रम उपलब्ध था उसमें से करीब 87 प्रतिशत की बिक्री हो गई।
विभाग ने कहा, '61वें दौर की समाप्ति पर बोली लगाने वालों ने 1,02,215 करोड़ रुपये की अस्थाई राशि की प्रतिबद्धता जताई है। ज्यादातर सेवा क्षेत्रों में बोली आरक्षित मूल्य के उपर प्रीमियम में गई है।'
आज सभी चार फ्रिक्वेंसी बैंड में 100 प्रतिशत आवश्यकता के लिए बोली लगाई गई। हालांकि, मुंबई, दिल्ली और आंध्र प्रदेश में 2100 मेगाहर्ट्ज में कोई बोली नहीं लगी।
दूरसंचार विभाग ने कहा, '1800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज और 800 मेगाहर्ट्ज में जोरशोर से बोली चल रही है और इस प्रतिस्पर्धी बोली के जारी रहने की उम्मीद है।'
सूत्रों के अनुसार हरियाणा में 1800 मेगाहर्ट्ज और पश्चिम बंगाल में 900 मेगाहर्ट्ज में बोली लगी। जहां तक 800 मेगाहर्ट्ज की बात है इसमें पूर्वोत्तर, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, दिल्ली, असम और आंध्र प्रदेश छह सर्किलों में अच्छी बोली देखी गई।
सोमवार को बोली फिर शुरू होगी क्योंकि अभी भी बिकने के लिए स्पेक्ट्रम बचा है।