भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) का एकल शुद्ध लाभ 30 जून, 2013 को समाप्त वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 13.6 प्रतिशत घटकर 3,241.08 करोड़ रुपये रह गया। गैर-निष्पादित आस्तियों के लिए अधिक प्रावधान की वजह से बैंक के मुनाफे में यह गिरावट आई।
देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक एसबीआई को पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 3,752 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ हुआ था।
समीक्षाधीन तिमाही में बैंक की कुल आय हालांकि बढ़कर 36,192.62 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में 32,415 करोड़ रुपये रही थी।
स्टेट बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां यानी एनपीए इस अवधि में बढ़कर 5.56 प्रतिशत पर पहुंच गईं, जो बीते साल इसी अवधि में 4.99 प्रतिशत पर रही थीं। बंबई शेयर बाजार में दोपहर सत्र के दौरान स्टेट बैंक का शेयर 2.65 प्रतिशत नीचे 1,617.35 रुपये पर कारोबार कर रहा था।
एकीकृत आधार पर, बैंक का शुद्ध लाभ 30 जून, 2013 को समाप्त तिमाही में 12 प्रतिशत घटकर 4,298.56 करोड़ रुपये रहा, जो बीते वित्त वर्ष की इसी अवधि में 4,874.7 करोड़ रुपये रहा था।
समेकित आधार पर बैंक की कुल आय बढ़कर 52,502.29 करोड़ रुपये पहुंच गई, जो बीते साल की इसी अवधि में 46,839 करोड़ रुपये रही थी।
मूल्य के संदर्भ में आलोच्य तिमाही में बैंक की सकल एनपीए राशि बढ़कर 60,891.46 करोड़ रुपये (ऋणों का 5.56 प्रतिशत) रही है, जो बीते साल इसी अवधि में 47,156.38 करोड़ रुपये (4.99 प्रतिशत) रही थी।
बैंक का शुद्ध एनपीए बढ़कर 29,989.84 करोड़ रुपये (2.83 प्रतिशत) रहा है, जो बीते साल इसी अवधि में 20,324.01 करोड़ रुपये (2.22 प्रतिशत) रहा था।