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शेयर बाजार : बीते हफ्ते सेंसेक्स, निफ्टी दो फीसदी से अधिक लुढ़के

गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे भारती एयरटेल, एचडीएफसी, आईटीसी, बजाज ऑटो और टाटा मोटर्स। मारुति सुजुकी, डॉ. रेड्डीज लैब, सन फार्मा, विप्रो और सिप्ला में सर्वाधिक तेजी रही।
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NDTV Profit हिंदी03:12 PM IST, 06 Apr 2013NDTV Profit हिंदी
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देश के शेयर बाजारों में गत सप्ताह गिरावट दर्ज की गई। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में दो फीसदी से अधिक की गिरावट रही।

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स गत सप्ताह 2.05 फीसदी या 385.54 अंकों की गिरावट के साथ शुक्रवार को 18,450.23 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 2.27 फीसदी या 129.30 अंकों की गिरावट के साथ 5,553.25 पर बंद हुआ।

गत सप्ताह सेंसेक्स के 30 में से नौ शेयरों में तेजी रही। मारुति सुजुकी (9.87 फीसदी), डॉ. रेड्डीज लैब (8.15 फीसदी), सन फार्मा (5.04 फीसदी), विप्रो (4.03 फीसदी) और सिप्ला (1.72 फीसदी) में सर्वाधिक तेजी रही। गिरावट वाले शेयरों में प्रमुख रहे भारती एयरटेल (7.25 फीसदी), एचडीएफसी (6.68 फीसदी), आईटीसी (5.71 फीसदी), बजाज ऑटो (5.46 फीसदी) और टाटा मोटर्स (5.20 फीसदी)।

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में गत सप्ताह तेजी रही। मिडकैप 0.04 फीसदी तेजी के साथ 6,144.36 पर और स्मॉलकैप 1.89 फीसदी तेजी के साथ 5,914.39 पर बंद हुआ। बीएसई के 13 में से चार सेक्टरों स्वास्थ्य सेवा (2.50 फीसदी), तेल एवं गैस (1.08 फीसदी), सार्वजनिक कम्पनियां (0.44 फीसदी) और बिजली (0.04 फीसदी) में तेजी रही। गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (3.30 फीसदी), धातु (2.74 फीसदी), प्रौद्योगिकी (2.62 फीसदी), वाहन (2.53 फीसदी) और सूचना प्रौद्योगिकी (2.24 फीसदी)।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को कहा कि देश की आर्थिक तेजी के लिए उनकी सरकार पुख्ता कदम उठाएगी और आने वाले महीनों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में उदारीकरण जैसे और सुधार करेगी। प्रधानमंत्री ने आर्थिक तेजी के लिए सरकार और व्यावसायिक क्षेत्र की साझेदारी की आवश्यकता बताई।

राजधानी में भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की वार्षिक आम बैठक और सालाना सम्मेलन में उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, हम एफडीआई नीति की व्यापक रूप से समीक्षा कर रहे हैं और देख रहे हैं कि आने वाले महीनों में क्या-क्या किया जा सकता है। प्रधानमंत्री के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था निजी क्षेत्र से संचालित होती है। निजी क्षेत्र में निवेश 75 फीसदी है और संपूर्ण विकास के लिए इसे दुरुस्त करने की आवश्यकता है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्री आनंद शर्मा ने बाद में कहा कि एफडीआई सीमा को और अधिक उदार बनाने की प्रक्रिया में रक्षा, बैंकिंग और बीमा क्षेत्र को शामिल किया जा सकता है।

राहुल गांधी ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी में उपाध्यक्ष बनने के बाद कारोबारियों के साथ पहली मुलाकात में सबको प्रभावित किया। उन्होंने देश के उद्योगपतियों के साथ व्यापक राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की। परिसंघ की सलाना आम बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होंने समावेशी विकास के साथ उद्योग तथा सरकार के बीच सहयोग की जरूरत बताई। उन्होंने हालांकि महंगाई, विकास दर में कमी, बढ़ते चालू और वित्तीय घाटे जैसे बड़े आर्थिक मुद्दों को नहीं छुआ।

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