सरकार द्वारा चीनी पर आयात शुल्क बढ़ाकर 40 प्रतिशत करने तथा चीनी मिलों को 4,400 करोड़ रुपये का अतिरिक्त ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध कराने की घोषणा के बाद देश के प्रमुख थोक बाजारों में चीनी के दाम 60 रुपये प्रति क्विंटल तक बढ़ गए। इसके अलावा बड़े खरीदारों की गर्मियों के सीजन की मांग से भी कीमतों में इजाफा हुआ।
राष्ट्रीय राजधानी में चीनी तैयार एम 30 और एस 30 के भाव क्रमश: 3270:3400 रुपये और 3250:3380 रुपये से बढ़कर क्रमश: 3320:3460 रुपये और 3300:3430 रुपये क्विंटल बंद हुए। इस तरह चीनी की कीमत में 50 से 60 रपये प्रति क्विंटल का इजाफा हुआ। चीनी व्यापारियों का कहना है कि सरकार द्वारा आयात को हतोत्साहित करने के लिए आयात शुल्क बढ़ाकर 40 फीसद करने से चीनी की कीमतों में और बढ़ोतरी की आशंका है। उन्होंने कहा कि यदि मानसून कमजोर रहता है तो आगामी दिनों में चीनी और महंगी हो सकती है।
सामान्य रुख के अनुरूप चीनी मिल डिलीवरी एम-30 और एस-30 के भाव क्रमश: 3130:3245 रुपये और 3110:3225 रुपये से बढ़कर क्रमश: 3160:3300 रुपये और 3140:3240 रुपये क्विंटल बंद हुए।
मिलगेट चीनी मवाना किनौली और असमोली के भाव क्रमश: 3160 रुपये, 3240 रुपये और 3210 रुपये से बढ़कर क्रमश: 3230 रुपये 3300 रुपये और 3250 रुपये क्विंटल बंद हुए।
मुंबई के वाशी थोक बाजार में छोटी चीनी (एस-30) के दाम 25 रुपये प्रति क्विंटल बढ़कर 3,030-3,152 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गए।