गन्ना किसानों का बकाया पिछले नौ महीनों में 21,000 करोड़ से घटकर 2700 करोड़ हो गया है। खाद्य मंत्रालय से मिली जानकारी के मुताबिक 15 अप्रैल 2015 को चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का कुल बकाया 21000 करोड़ तक पहुंच गया था लेकिन 12 जनवरी 2016 को किसानों का बकाया घटकर सिर्फ 2700 करोड़ रह गया है। यानी कुल बकाया 85% से भी ज्यादा घट गया है।
देश में गन्ना उत्पाादन बढ़ा
खाद्य मंत्रालय के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में सरकार ने चीनी मिलों की आर्थिक हालत सुधारने के लिए बड़े स्तर पर पहल की है जिसकी वजह से यह संभव हो पाया है। पिछले पांच साल में गन्ने के उत्पादन में लगातार बढ़ोत्तरी दर्ज हुई है जिसकी वजह से बाजार में चीनी की कीमतों पर बुरा असर पड़ रहा था।
निर्यात को प्रोत्साहन दिया गया
पिछले एक साल में गन्ना किसानों को उनकी बकाया राशि दिलाने के लिए सरकार ने चीनी मिलों की वित्तीय हालत में सुधार के लिए रॉ शुगर के निर्यात को प्रोत्साहन देने के लिए कई कदम उठाए, उन्हें सोफ्ट लोन मुहैया कराया और एथेनॉल ब्लैंडिंग प्रोग्राम के लिए सप्लाई की जाने वाली एथेनॉल पर एक्साइज़ ड्यूटी में भारी छूट भी दी।