रेलवे ने यह सुनिश्चित करने के लिए सिलसिलेवार कदम उठाए हैं कि गर्मी के मौसम में अधिकतम यात्री ट्रेनों में सफर कर सकें. रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रतीक्षा सूची (वेटिंग लिस्ट) वाले यात्रियों को 'विकल्प' कार्यक्रम के तहत बिना अतिरिक्त किराये के राजधानी या शताब्दी जैसी उच्च सेवा सहित दूसरी ट्रेनों से जाने का विकल्प दिया गया है.
समान गंतव्य के लिए वैकल्पिक ट्रेन की सुविधा हासिल करने की सुविधा इस साल 1 अप्रैल को शुरू की गयी और शुरुआत के बाद से इसे अच्छी प्रतिक्रिया मिली है. 'विकल्प' सुविधा 1 अप्रैल, 2017 से पहले बुक किए गए ई-टिकट के लिए भी हासिल की जा सकती है.
गर्मी की भीड़-भाड़ को ध्यान में रखते हुए रेलवे आगामी हफ्ते में कई विशेष ट्रेनों की शुरुआत करेगा. कुछ विशेष ट्रेनें इसी महीने शुरू कर दी गई हैं. कुछ और को सेवा में लगाया जाएगा, ताकि गर्मी में किसी की यात्रा योजना को झटका न लगे.
वहीं, रेलवे ने यह फैसला भी किया है कि एसी कोचों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए लंबी दूरी की ट्रेनों में 3 एसी कोचों की संख्या बढ़ाई जाएगी. रेलवे के आंकड़े दिखाते हैं कि 1 अप्रैल 2016 से 10 मार्च, 2017 के बीच लंबी दूरी की ट्रेनों में 3 एसी कोचों में 17 फीसदी यात्रियों ने सफर किया, जो यात्री भाड़े से हुई सारी आमदनी का 32.60 फीसदी है.
आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले वर्ष 16.69 फीसदी के मुकाबले इस वर्ष यात्रियों की भागीदारी 17.15 फीसदी होने से 3 एसी की मांग बढ़ रही है. स्लीपर क्लास की मांग में अब कमी का चलन देखा जा रहा है, क्योंकि अधिक यात्री 3 एसी को अपना रहे हैं. (इनपुट भाषा से)