टाटा स्टील ने शुक्रवार को बताया कि उसके बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने साइरस मिस्त्री को कंपनी के चेयरमैन पद से हटाने का फैसला किया है. उनकी जगह स्वतंत्र निदेशक ओपी भट्ट अंतरिम चेयरमैन होंगे. ओपी भट्ट पहले सार्वजनिक क्षेत्र के देश के सबसे बड़े भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के प्रमुख के रूप में काम कर चुके हैं.
इससे पहले स्टील क्षेत्र की इस प्रमुख कंपनी ने 11 नवंबर को कहा था कि उसके निदेशक मंडल ने टाटा संस में नेतृत्व में बदलाव पर संज्ञान लिया है और उसे प्रवर्तक तथा प्रमुख शेयरधारक से साइरस मिस्त्री तथा नुस्ली वाडिया को कंपनी के निदेशक पद से हटाने के लिए असाधारण आमसभा (ईजीएम) बुलाने को कहा है।
कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, 'कंपनी के निदेशक मंडल ने 25 नवंबर, 2016 को सर्कुलर प्रस्ताव के जरिये बहुमत से साइरस मिस्त्री को बोर्ड के चेयरमैन पद से तत्काल हटाने का फैसला किया.' उनके स्थान पर स्वतंत्र निदेशक ओपी भट्ट को बोर्ड का चेयरमैन नियुक्त किया गया है.' ओपी भट्ट ईजीएम का नतीजा आने तक चेयरमैन पद पर बने रहेंगे.
कंपनी ने कहा, 'भट्ट की चेयरमैन के रूप में नियुक्ति बेहतर कॉरपोरेट गवर्नेंस के सिद्धांतों को ध्यान में रखकर और कंपनी को एक पक्षपातरहित नेतृत्व प्रदान करने के लिए किया गया है.' टाटा स्टील ने कहा कि इस फैसले से कंपनी में स्थिरता भी सुनिश्चित होगी और यह टाटा स्टील के अंशधारकों के व्यापक हित में है.
शेयर बाजारों को अलग से भेजी सूचना में कंपनी ने कहा है कि उसके निदेशक मंडल ने 21 दिसंबर को असाधारण आम बैठक बुलाई है, जिसमें मिस्त्री और नुस्ली वाडिया को निदेशक से हटाने पर विचार किया जाएगा. टाटा संस की टाटा स्टील में 29.75 प्रतिशत हिस्सेदारी है. (इनपुट भाषा से)