अब टमाटर वाली सलाद जेब पर काफी भारी पड़ने लगी है. देश के कई इलाकों में अब टमाटर के दाम हो गए हैं 80 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम... टमाटर के दामों को आसमान पर पहुंचाने के लिए बारिश को जिम्मेदार माना जा रहा है. बारिश के चलते टमाटर मंडियों तक नहीं पहुंचा और सड़ गया.
करीब एक हफ्ते पहले तक 40 रुपये किलो की दर से बिक रहे टमाटर की कीमत देश के कई इलाकों में अब 80 से 100 रुपये किलोग्राम तक पहुंच गई है. टमाटर व्यापारियों का कहना है कि बारिश की वजह से हिमाचल और महाराष्ट्र से आने वाला टमाटर मंडियों तक नहीं पहुंच रहा है. इस वजह से दाम काफी बढ़ गए हैं.
दिल्ली की ओखला की थोक मंडी में टमाटर की थोक कीमत 60 से 65 रुपये किलो पहुंच गई है. यह रिटेल मार्केट में 80 से 100 रुपये किलो तक बिक रहा है. देश के बाकी हिस्सों में भी टमाटर के दाम बढ़ गए हैं.
कुछ प्रमुख शहरों में टमाटर के दाम
दिल्ली - 80 से 100 रुपये किलोग्राम
लखनऊ - 70 से 80 रुपये किलोग्राम
रायपुर - 70 से 80 रुपये किलोग्राम
मुंबई - 50 से 60 रुपये किलोग्राम
बेंगलुरु - 60 से 65 रुपये किलोग्राम
टमाटर व्यापारियों का मानना है कि बारिश हो जाने की वजह से हिमाचल से आने वाला टमाटर रास्ते में फंस गया और फिर सड़ गया. टमाटर मंडियों तक नहीं पहुंच पा रहा है. इस वजह से दाम बढ़ गए हैं.
आजादपुर मंडी के बड़े टमाटर व्यापारी महेंदर सनपाल ने बताया कि "हिमाचल के किसान बारिश की वजह से अपना माल सड़क तक नहीं ला पा रहे हैं. सड़क से मंडी तक टमाटर कम ही पहुंच पा रहा है जिस वजह से दाम बढ़े हुए हैं."
वजह चाहे जो भी हो भारतीय खानपान में अहम स्थान रखने वाले टमाटर के बढ़े हुए दाम आम आदमी पर भारी पड़ रहे हैं. दिल्ली के करोल बाग में रहने वाले सुरेश का कहना है कि "क्या करें हमने तो सलाद खानी छोड़ दी है. टमाटर 80 रुपये किलो है. मैं तो एक किलो की बजाय आधा किलो टमाटर लेने लगा हूं.
व्यापारियों का कहना है कि मानसून के दौर में टमाटर के दाम बढ़े ही रहेंगे. यानी मानकर चलिए कि कम से कम अगले एक माह तक आम आदमी के लिए टमाटर का स्वाद महंगा ही पड़ेगा.