वैलेनटाइन डे के दिन अमेरिका की दो विमानन कंपनियां अमेरिकन एयरलाइंस और यूएस एयरवेज एक होने को राजी हुई हैं। 11 अरब डॉलर के इस विलय सौदे से दुनिया की सबसे बड़ी विमानन कंपनी का उदय होगा।
दोनों के विलय के बाद नई कंपनी अमेरिकन एयरलाइंस कहलाएगी, लेकिन इसके कर्ताधर्ता यूएस एयरवेज के सीईओ डग पार्कर होंगे।
दोनों कंपनियों के निदेशक मंडल ने देर रात सर्वसम्मति से इस सौदे को मंजूरी और कंपनियों ने इस समझौते की घोषणा की।
इस विलय से प्रमुख अमेरिकी विमानन कंपनियों की संख्या घटकर चार रह जाएगी जिसमें नई अमेरिकन, यूनाइटेड, डेल्टा और साउथवेस्ट शामिल हैं।
यह सौदा यूएस एयरवेज ग्रुप के लिए एक अप्रत्याशित सफलता है क्योंकि मूल कंपनी एएमआर कार्प द्वारा नवंबर, 2011 में दिवालिया से संरक्षण के लिए आवेदन करने के बाद से ही यूएस एयरवेज विलय पर जोर देती रही है।
विलय के बाद जहां, पार्कर कंपनी चलाएंगे, वहीं एएमआर के सीईओ टॉम हार्टन कंपनी के शेयरधारकों की पहली बैठक होने तक चेयरमैन के तौर पर काम करते रहेंगे। पहली बैठक 2014 के मध्य में होने की संभावना है।