क्षेत्रीय हवाई संपर्क योजना उड़ान के तहत प्रमुख मार्गों पर उड़ान सर्विस देने वाली कंपनियों के लिए सरकार ने प्रति उड़ान शुल्क को घटाकर एकसमान 5,000 रुपये किया है. बता दें कि यह योजना पूरी तरह से क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस) पर केंद्रित है और वैश्विक रूप से अपनी तरह की पहली योजना है.
पीएम मोदी ने इसे पिछले महीने ही हरी झंडी दी थी और इस मौके पर कहा था कि अब हवाई चप्पल वाले भी हवाई जहाज में होंगे. उन्होंने कहा कि उड़ान स्कीम से हिमाचल प्रदेश में टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा. UDAN का अर्थ है- उड़े देश का आम नागरिक.
इस योजना के तहत मौजूदा किराए के अनुसार 500 किलोमीटर तक की उड़ानों का किराया 2500 रुपये है. क्षेत्रीय रूप से महत्वपूर्ण क्षेत्रों में हवाई यात्रा नागरिकों तक सुलभ बनाने के लिए 'उड़े देश का आम नागरिक' आरसीएस (क्षेत्रीय सम्पर्क योजना) अक्टूबर, 2016 में लाई गई थी.
नागर विमानन महानिदेशालय ने पिछले हफ्ते एक परिपत्र में कहा कि संशोधित शुल्क एक जून से लिया जाएगा. अगले आदेश तक सभी उड़ानों के लिए एक समान 5,000 रुपये का शुल्क लिया जाएगा. इस योजना के वित्त पोषण के लिए नागर विमानन मंत्रालय दिल्ली और मुंबई समेत प्रमुख घरेलू मार्गों पर 8,500 रुपये प्रति उड़ान का शुल्क ले रहा है.
महानिदेशालय ने यह भी कहा है कि जो कंपनियां पहले शुल्क जमा कर चुकी हैं उसे नए आदेश के अनुसार समायोजित कर लिया जाएगा. उड़ान के लिए भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण नोडल एजेंसी है. (न्यूज एजेंसी भाषा से इनपुट)