पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि मोदी सरकार के पहले बजट में पूर्ववर्ती यूपीए सरकार की नीति की छाप हर कहीं देखी जा सकती है, और 'कांग्रेस मुक्त बजट' पेश करना संभव ही नहीं है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मोदी सरकार का पहला आम बजट गुरुवार को संसद में पेश किया। चिदंबरम ने कहा, वास्तविक दुनिया में आपका स्वागत है... भाजपा ने कांग्रेस मुक्त भारत के लिए जनादेश मांगा था। मेरे दोस्त अरुण जेटली को पता चल ही गया होगा कि कांग्रेस मुक्त बजट तक पेश करना संभव नहीं है।
कांग्रेस के इस वरिष्ठ नेता ने कहा कि जेटली ने उनके द्वारा फरवरी में पेश अंतरिम बजट के आंकड़ों की मूल वैधता को स्वीकार किया है।
चिदंबरम ने कहा कि नए सरकार के बजट में राजकोषीय सुदृढीकरण, जीएसटी, बीमा क्षेत्र में एफडीआई सीमा व सामाजिक क्षेत्र की योजनाएं, सब पर यूपीए सरकार की नीतियों की छाप है। उन्होंने कहा कि यह छाप जेटली के बजट भाषण तथा बजट दस्तावेजों पर देखी जा सकती है।