दिल्ली में किसी भी समय विधानसभा चुनाव का ऐलान हो सकता है। देश में सत्ताधारी बीजेपी विज्ञापन और प्रचार के जरिए सब्जियों के दाम कम और महंगाई पर लगाम लग जाने का दावा कर रही है लेकिन सब्जियों के पिछले दो हफ्तों में बढ़े दाम बीजेपी की मुश्किल बढ़ा रहे हैं।
हालत यह हो गई है कि इस मौसम में आने वाली सब्जियों के दाम आसमान छूते दिख रहे हैं। मटर दो हफ्ते पहले से करीब 30 रुपये किलो के आसपास बिक रही थी लेकिन अब दाम 50 रुपये किलो हो गए हैं। टमाटर 40 रुपये किलो हो गए है पहले 20 रुपये किलो थे। फूलगोभी पहले जहां 20-30 रुपये किलो थी अब 40 रुपये किलो पर आ गई है और प्याज भी 20-30 रुपये किलो थी जो अब 30-40 रुपये किलो तक पहुंच गई। रीटेल बाजार में गाजर के दाम करीब 40 रुपये के आसपास है। गाजर के दाम को दो हफ्ते पहले से तुलना करने की जरूरत नहीं क्योंकि सर्दी के इस मौसम में ही तो गाजर की बंपर आवक होती है और लोग उसका हलवा बनाते हैं।
दिल्ली की ओखला मंडी में सब्जियों के आढ़ती विजय आहुजा ने बताया कि खराब मौसम की वजह से कुछ फसल खराब होने, सप्लाई बाधित होने और एक्सपोर्ट होने से दाम बढ़े। विजय आहुजा के मुताबिक, सर्दियों के मौसम में पहली बार इतने दाम बढ़े आमतौर पर नहीं बढ़ते
दिल्ली में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सब्जियों के दाम बढ़ने से बीजेपी मुश्किल में फंस सकती है। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने एनडीटीवी इंडिया से बातचीत में कहा, 'किसी एकाध सब्जी के बारे में मैं कह नहीं सकता कि रेट बढ़ने का क्या कारण है लेकिन कुल मिलाकर महंगाई कम हुई है और महंगाई का आंकडा भी ये ही दिखाता है।' जबकि, आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक आशुतोष ने कहा, 'चुनाव से पहले यही बीजेपी सरकार थी जो कहा करती थी 'बहुत हुई महंगाई की मार, अबकी बार मोदी सरकार'। क्या हुआ उस दावे का महंगाई कम हुई क्या? और सब्जियां तो सबसे ज्यादा महंगी हुई है पिछले दिनो में।'