वाइब्रेंट गुजरात वैश्विक निवेश सम्मेलन के सातवें संस्करण में प्रमुख कंपनियों, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संगठन तथा देशों ने 250 खरब रुपये से अधिक निवेश के वादे किए गए हैं। यह बात सोमवार को गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने कही। पटेल ने कहा कि सम्मेलन के प्रथम दो दिनों में रिकार्ड 21 हजार सहमति पत्रों (एमओयू) पर हस्ताक्षर हुए।
उन्होंने यह भी कहा कि दो साल में होने वाले इस सम्मेलन में इस बार 1,225 रणनीतिक साझेदारी के लिए हस्ताक्षर हुए, जो अब तक का सर्वाधिक है। गुजरात सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि 56 देशों के 2,500 विदेशी प्रतिनिधिमंडलों सहित 110 देशों से 25 हजार से अधिक प्रतिनिधियों ने सम्मेलन में हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा, 'यह सम्मेलन हालांकि गुजरात के लिए था, लेकिन यह भारत में निवेश के लिए आकर्षित करने तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'मेक इन इंडिया' को सफल बनाने में मददगार साबित होगा।' वहीं, नई दिल्ली में अमेरिकी दूतावास के एक प्रवक्ता ने कहा, 'आज विदेश मंत्री जॉन केरी तथा उनके प्रतिनिधिमंडल ने ऐतिहासिक दो दिवसीय वाइब्रेंट गुजरात का दौरा किया।'
उन्होंने कहा, 'गुजरात में विदेश मंत्री ने अमेरिका-भारत के बीच रणनीतिक भागीदारी पर चर्चा की। साथ ही भारत-प्रशांत क्षेत्र के सतत आर्थिक विकास के लिए अमेरिकी तकनीक तथा नवोन्मेष का इस्तेमाल कैसे किया जाए, इस पर भी पर चर्चा की।"
इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, 'उन्होंने (मोदी) राजनीतिक मुहावरे तथा देश के राजनीतिक तर्कों को बदलकर रख दिया। सुशासन तथा विकास के गुजरात मॉडल को पूरे देश द्वारा अपनाया जा सकता है। गुजरात केवल अवसरों की धरती नहीं है, बल्कि अवसर यहीं से पैदा होते हैं।"
संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून, जॉन केरी, विश्व बैंक अध्यक्ष जिम योंग किम, भूटान व मेसिडोनिया के प्रधानमंत्री तथा ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, जापान, कनाडा, सिंगापुर एवं अन्य देशों के मंत्रियों ने मोदी के विचारों को सराहा।
वहीं, गौतम अडाणी की कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज और अमेरिकी कंपनी सनएडिसन गुजरात में सौर पार्क की स्थापना के लिए लगभग 25,000 करोड़ रुपये (4 अरब डॉलर) निवेश करेगी। इस निवेश से 20,000 नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
रविवार को अडाणी समूह ने एक बयान में कहा कि दोनों कंपनियां देश में सबसे बड़े एकीकृत सौर फोटोवोल्टेइक उत्पादन इकाई की स्थापना के लिए संयुक्त उपक्रम स्थापित करेंगी। अडाणी पावर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनीत एस. जैन ने कहा, 'उत्पादन इकाई से देश में सौर ऊर्जा विकास के लिए पर्याप्त सौर पैनलों का उत्पादन होगा।'
सनएडिसन के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अहमद चटीला ने कहा, 'हम देश में सबसे बड़ी सौर फोटोवोल्टेइक उत्पादन इकाई की स्थापना करने के लिए अडाणी से हाथ मिलाकर गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'उत्पादन इकाई इतनी कम लागत पर सौर पैनलों का निर्माण करेगी कि यह बिना सब्सिडी और बिना रियायत के जीवाष्म ईंधन से प्रतियोगिता कर सकेगा।'
उन्होंने कहा, 'बुनियादी ढांचे के निर्माण में अडाणी के व्यापक अनुभव के साथ सनएडिसन की सौर प्रौद्योगिकी में दक्षता को जोड़ कर हम इस क्षेत्र को सौर उत्पादन के गढ़ में तब्दील कर देंगे। इससे 4,500 प्रत्यक्ष और 15,000 से अधिक परोक्ष रोजगार का सृजन होगा।' कंपनियों की व्यापारिक बैठक मंगलवार को होगी।