फॉक्सवैगन के नए प्रमुख ने कहा है कि प्रदूषण धोखाधड़ी वाली सभी कारों को ठीक करने में एक साल से अधिक का समय लगेगा। जर्मनी की वाहन क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अपने सबसे बड़े संकट से बाहर निकलने की कोशिश कर रही है।
इस घोटाले के चरम में फॉक्सवैगन की बागडोर संभालने वाले मैथायस म्यूलर ने कहा कि चार कर्मचारियों को निलंबित किया गया है। हालांकि, उन्हें यह विश्वास नहीं है कि शीर्ष प्रबंधन को इस धोखाधड़ी की जानकारी थी।
बिक्री के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी कार कंपनी ने इस बात की जांच शुरू की है कि वैश्विक स्तर की धोखाधड़ी के पीछे कौन लोग हैं। इस घोटाले में कंपनी की 1.1 करोड़ डीजल कारों में ऐसा सॉफ्टवेयर लगाया, जो परीक्षण के दौरान यह इंजन को कम उत्सर्जन के मोड में ला देता है।
इस घोटाले से फॉक्सवैगन के बाजार पूंजीकरण में 40 प्रतिशत तक की गिरावट आई है। हालांकि, इससे हुए प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष नुकसान की अभी गणना नहीं की जा सकती, क्योंकि कंपनी पर कई देशों में जुर्माना लगने का जोखिम है और साथ ही उसे उपभोक्ताओं के सामूहिक मुकदमों (लॉ सुइट) में भी भारी क्षतिपूर्ति की अदायगी करनी पड़ सकती है।
फॉक्सवैगन के नए प्रमुख ने कहा कि फॉक्सवैगन इंजनों के विकास के विभिन्न स्तरों पर तीन जिम्मेदार निदेशकों सहित चार लोगों को निलंबित किया गया है। उन्होंने कहा कि अन्य पहले ही आंशिक सेवानिवृत्ति पर हैं।