आईटी और सॉफ्टवेयर सेवा उद्योग के शीर्ष संगठन नासकाम ने आज कहा कि वह चाहेगा कि रुपया स्थिर रहे क्योंकि यह अर्थव्यवस्था के हित में है। डॉलर के मुकाबले रुपया 60 के स्तर से ऊपर जाने के मद्देनजर नासकाम ने यह बात कही।
नासकाम के अध्यक्ष सोम मित्तल ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान अलग से बातचीत में कहा, हमारे हिसाब से रुपये के लिए 54-56 का स्तर बेहतर है। मुझे उम्मीद है कि रुपया जल्दी ही इस स्तर पर आ जाएगा..। उन्होंने कहा, कमजोर रुपया अर्थव्यवस्था के लिए बेहतर नहीं है, लेकिन मजबूत रुपये के साथ भी समस्या है। इसीलिए इसमें संतुलन होना चाहिए। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 106 पैसे टूटकर 60.72 पर बंद हुआ, जो अब तक का निम्नतम स्तर है।