पिछले एक महीने में दिल्ली के थोक बाजारों में गेहूं 15 से 20 फीसदी तक महंगा हुआ है. इसका असर पड़ रहा है आपकी थाली में परोसी गई रोटी पर. आटा महंगा हो रहा है और आने वाले दिनों में रोटी का निवाला भी महंगा हो जाएगा.
आपके घर इस महीने कुछ महंगा आटा आएगा क्योंकि जिन मिलों से वह आएगा, उन्हें गेहूं के ज़्यादा दाम देने पड़ रहे हैं. खाद्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली के थोक बाजार में 8 अक्टूबर को 1825 रुपये क्विंटल मिलने वाला गेहूं अब 8 नवंबर को 2130 रुपये क्विंटल मिल रहा है. यानी एक महीने में 305 रुपये क्विंटल की बढ़ोतरी.
जेजे फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के एरिया सेल्स मैनेजर सैफ अहमद कहते हैं, "गेहूं महंगा होने का असर आटा की कीमतों पर पड़ा है. आटा महंगा हो गया है." सेन्ट्रल दिल्ली की साउथ एवेन्यू कॉलोनी में किराना दुकान मालिक अशोक खुराना कहते हैं...पिछले बीस दिन में आटा 23 फीसदी तक महंगा हो गया है. 20 दिन पहले हम 22 रुपये किलो बेच रहे थे अब कीमत बढ़कर 27 रुपये हो गई है.पांच रुपये किलो की बढ़ोत्तरी.
गेहूं उद्योग से जुड़े लोग मानते हैं कि बाज़ार में गेहूं जितना चाहिए उतना नहीं है. सरकार को इसमें दखल देना चाहिए. गेहूं के कमीशन एजेंट लाल रत्न कहते हैं, "बाज़ार में सरकार को गेहूं का ओपन सेल करना चाहिए. बाज़ार में डिमांड के मुताबिक सप्लाई से गेहूं की काफी कम हो गई है".
पिछले एक महीने में दिल्ली के बाज़ारों में गेहूं 15 से 20 फीसदी महंगा हुआ है...इस वजह से आटा मिलों की लागत बढ़ी है...नतीजा यह हुआ है कि इसका असर अब साफ तौर पर थोक और खुदरा बाज़ार पर दिखने लगा है.