केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा है कि खाद्य नियामक एफएसएसएआई ने उद्योग में 'भय' का माहौल बना दिया है। मैगी समेत कई खाद्य उत्पादों को बाजार से वापस मंगाये जाने के एफएसएसएआई के आदेश के बीच उन्होंने यह बात कही।
एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए हरसिमरत ने कहा कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) द्वारा उठाए गए कदमों से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में अनुसंधान हतोत्साहित हो रहा है, जबकि यह क्षेत्र देश की खाद्य सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है।
उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा आयोजित एक सम्मेलन में मंत्री ने कहा, '...एफएसएसएआई के कदम से उद्योग में भय का माहौल है। इसको दूर करने के लिए काफी कुछ किए जाने की जरूरत है। नियामक को अपने नियमनों को दुरुस्त करने की जरूरत है, क्योंकि उसके कदम से प्रसंस्करण क्षेत्र में अनुसंधान रुक गए हैं।' उन्होंने कहा कि हाल की बाधाओं को दूर करने के लिए काफी कुछ किए जाने की जरूरत है।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने एफएसएसएआई ने नेस्ले की मैगी में सीसा और मोनोसोडियम ग्लूटामेट स्वीकार्य स्तर से अधिक पाए जाने के बाद इस पर प्रतिबंध लगाते हुए कहा कहा था कि यह असुरक्षित और खतरनाक है।
मैगी मामले के बाद एफएसएसएआई ने टॉप रामेन, फूडलेस और वाईवाई जैसे ब्रांडों के नूडल्स, पास्ता और मैक्रोनी के जांच के आदेश दिए थो, ताकि नियमों के अनुपालन की जांच की जा सके। मंत्री ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में वृद्धि काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह खाद्य सुरक्षा के साथ किसानों को उनकी उपज का बेहतर मूल्य दिलाना सुनिश्चित करता है।