कितने भी आपातकाल में क्यों न फंसे हों, जरूरी से जरूरी कॉल के बीच भी कई बार ऐसा होता है कि फोन कट जाता है. मोबाइल फोन से और पर की जाने वाली कॉल के बीच में कट जाने की समस्या के बाबत सरकार सख्त हो चली है. अब कॉल ड्रॉप की समस्या से निपटने के लिए सरकार ने दिल्ली और मुंबई समेत कई स्थानों पर इंटीग्रेटेड वॉयस रिस्पांस सिस्टम (IVRS) प्रणालियां शुरू की हैं. इनके माध्यम से सरकार ग्राहकों से सीधे कॉल की गुणवत्ता के बारे में प्रतिक्रिया लेगी.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि सरकार इस पर मिलने वाली प्रतिक्रिया को सेवाप्रदाताओं के साथ साझा करेगी जिससे कि वह सुधारात्मक कदम उठा सकें. इस प्रणाली को जल्द ही पूरे देश में शुरू किया जाएगा. विज्ञप्ति के अनुसार, दूरसंचार विभाग ने इस सेवा को दिल्ली, मुंबई, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, महाराष्ट्र और गोवा में 23 दिसंबर से शुरू किया है.
ग्राहकों को 1955 नंबर से एक आईवीआरएस कॉल आएगा जिस पर उन्हें कुछ सवालों के जवाब देने होंगे जिनके आधार पर यह पता लगाया जाए कि कि उनके क्षेत्र में कॉल ड्रॉप की समस्या के क्या हाल हैं. ग्राहक चाहें तो इसी नंबर पर टोल फ्री SMS करके भी अपनी प्रतिक्रिया दे सकते हैं. इस पर दूरसंचार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) मनोज सिन्हा ने कहा कि ग्राहकों से सीधे प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए इस मंच को शुरू किया गया है ताकि उन्हें दी जा रही सेवा की गुणवत्ता में सुधार लाया जा सके. शुरुआत में इससे केवल कॉल ड्रॉप पर प्रतिक्रिया ली जाएगी. बाद में इस सेवा के माध्यम से संपूर्ण दूरसंचार सेवा के बारे में प्रतिक्रियाएं एकत्रित की जाएंगी.