40 प्रतिभाओं को मिला 'बिहार गौरव सम्मान', केंद्रीय राज्यमंत्री अहलूवालिया बोले- 'बिहार समरसता और संवेदनशीलता का प्रतीक

केंंद्रीय राज्य मंत्री एस एस अहलूवालिया ने बिहार से सिविल सेवा में चयनित उम्मीदवारों को बिहार गौरव सम्मान देने के बाद कहा कि बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है.

40 प्रतिभाओं को मिला 'बिहार गौरव सम्मान', केंद्रीय राज्यमंत्री अहलूवालिया बोले- 'बिहार समरसता और संवेदनशीलता का प्रतीक

बिहार प्रतिभा सम्मान समारोह के दौरान केंद्रीय राज्यमंत्री अहलूवालिया

नई दिल्ली:

'बिहार समरसता और संवेदनशीलता का प्रतीक है, बिहार की प्रतिभा की गूंज देश ही नहीं, विदेशों में भी सुनाई देती है.' ये बातें केंद्रीय राज्य मंत्री एस एस अहलूवालिया ने रविवार को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित 'बिहार प्रतिभा सम्मान समारोह 2018' के दौरान अपने संबोधन में कहीं. इलेक्ट्रॉनिक एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री एस एस अहलूवालिया ने बिहार से सिविल सेवा में चयनित उम्मीदवारों को बिहार गौरव सम्मान देने के बाद कहा कि बिहार में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, मगर संसाधनों की कमी की वजह और प्रशासनिक निष्क्रियता से छात्रों का भी पलायन होता है. मगर ये चयनित आईएस ही समाज में बदवाल ला सकते हैं. आगे उन्होंने कहा कि देश भर में मेडिकल क्षेत्र में लूट मची है, कुछ डॉक्टर रिपोर्ट और जांच के नाम पर मरीजों को लूटते हैं. इसे रोकने के लिये मोदी सरकार डिजिलॉकर की तरह मेडिकल लॉकर पर विचार कर रही है, इसके लिए हमने सुझाव दिया है. ताकि किसी मरीज की बीमारी से संबंधित सारी जानकारी ऑनलाइन हो और उसे बार-बार जांच करवाने के झंझट से मुक्ति मिले और पैसों के बोझ में न दबे. 

वहीं, इस कार्यक्रम में राज्यसभा सांसद आर के सिन्हा ने कहा कि हम भले ही कहीं चले जाएं मगर हमें अपने समाज के प्रति जिम्मेदारी को समझना चाहिए. हम ऐसा करें ताकि हमारे काम से हमारी जन्मभूमि को भी फायदा हो. बता दें कि बिहार प्रतिभा सम्मान समारोह में सिविल सेवा में चयनित बिहार के करीब 12 उम्मीदवारों के साथ-साथ साहित्य, कला-विज्ञान, समाज सहित तमाम क्षेत्रों में बिहार का नाम रौशन करने वाले प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया. 

इस कार्यक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री अहलूवालिया से पटना में नैसकॉम चैप्टर की शुरुआत करने की अपील की गई. मंत्री ने जल्द ही इस पर विचार करने की बात कही. साथ ही कार्यक्रम में गुजराती एनआरआई की तर्ज पर बिहारी एनआरआई के लिए एक पंजीकृत प्लैटफॉर्म की मांग की गई, ताकि जो बिहारी इस देश से बाहर हैं, वह अपने समाज के उत्थान में मदद कर सके.

सिविल सेवा की परीक्षा में इस साल देश भर में 18वीं रैंक लाने वाली पटना की अभिलाषा अभिनव सहित करीब 12 चयनित उम्मीदवारों को सम्मानित किया गया. सम्मान पाने के बाद अभिलाषा अभिनव ने कहा कि इस दुनिया में असंभव कुछ भी नहीं है. हम वह सभी कर सकते हैं, जो हम सोच सकते हैं. बता दें कि इस कार्यक्रम में बिहार के विभिन्न जिलों में सामाजिक उत्थान के लिए कुछ अलग काम करने वाले कई बिहारी प्रतिभाओं को बिहार गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया. 

वॉयस ऑफ बिहार की ओर से ब्रजेश कुमार ने कहा कि बिहारी प्रतिभा हर क्षेत्र में बेहतर है, बस ज़रूरत है उन्हें सही मार्गदर्शन और प्रोत्साहन की. हम पिछले साल से यह आयोजन इस लिये कर रहे हैं ताकि बिहार को बदलने में जो लोग बेहतर काम कर रहे हैं, आगे आ रहे हैं, उनके काम को राष्ट्रीय पटल पर सराहा जाए और तवज्जो मिले. बता दें कि इस कार्यक्रम में सिक्किम के पूर्व राज्यपाल बाल्मीकि प्रसाद सिंह ने भी बिहारी प्रतिभा को समान्नित किया और संबोधित किया. 

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