कोरोना लॉकडाउन: पंजाब टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने ITI स्‍टूडेंट्स के लिए शुरू की ऑनलाइन कक्षाएं

ई-लर्निंग कंटेंट विभिन्न साइटों से लिया गया है जैसे- भारत स्किल, नेशनल इंस्ट्रक्शनल मीडिया इंस्टीट्यूट (NIMI), YouTube आदि.

कोरोना लॉकडाउन: पंजाब टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट ने ITI स्‍टूडेंट्स के लिए शुरू की ऑनलाइन कक्षाएं

ITI स्टूडेंट्स को ऑनलाइन पढ़ा रहा है पंजाब टेक्निकल एजुकेशन डिपार्टमेंट.

नई दिल्ली:

पंजाब टेक्निकल एजुकेश और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग विभाग ने राज्य में आईटीआई (ITI) के स्टूडेंट्स को प्रशिक्षित करने के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की हैं. प्रिंसिपल और इंस्ट्रक्टर की एक समिति ने पहले ही 34 ट्रेडों के लिए ई-लर्निंग कंटेंट का चयन कर लिया है. टेक्निकल एजुकेशन और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के सचिव डॉ. अनुराग वर्मा ने कहा कि चन्नी तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह के निर्देश पर तकनीकी शिक्षा विभाग ने यह पहल की है ताकि आईटीआई के छात्रों की पढ़ाई में कोई नुकसान ना हो.

उन्होंने ये भी कहा कि ई-लर्निंग कंटेंट विभिन्न साइटों से लिया गया है जैसे- भारत स्किल, नेशनल इंस्ट्रक्शनल मीडिया इंस्टीट्यूट (NIMI), YouTube आदि.  NCVT द्वारा निर्धारित सिलेबस के अनुसार स्टडी मटेरियल को सप्ताह के अनुसार तैयार किया गया है. 

शिक्षा की कार्यप्रणाली के बारे में अनुराग वर्मा ने कहा, "ई-लर्निंग के लिए स्टडी मटेरियल स्टूडेंट्स को व्हाट्सएस के जरिए एक दिन पहले शाम 4 बजे तक भेजा जाएगा. इसके अलगे दिन इंस्ट्रक्टर सुबह 10.30 बजे से शाम 4 बजे तक 40 से 60 मिनट की ऑनलाइन क्लासेस लेंगे और उम्मीदवारों को असाइनमेंट्स भी देंगे." 

उम्मीदवारों को असाइनमेंट्स 6 बजे तक व्हाट्सएप पर ही सबमिट करने होंगे. हर वीकेंड उम्मीदवारों का टेस्ट लिया जाएगा. इंजीनियरिंग ट्रेड के छात्रों के लिए हर दिन दोपहर 3 बजे इंजीनियरिंग ड्राइंग, वर्कशॉप कैल्क्युलेशन और साइंस की क्लासेस आयोजित की जाएंगी. 

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

बता दें पांच आईटीआई में ऑनलाइन कक्षाओं के सफल परीक्षण के बाद इसे फाइनल किया गया है. हर जिले में 10 और 11 अप्रैल से एक नोडल ऑफिसर और एक मास्टर ट्रेनर नियुक्त किया गया है, जो इंस्ट्रक्टर को इंटरनेट पर टीचिंग के बारे में ट्रेन करेगा. नोडल ऑफिसर और मास्टर ट्रेनर्स को उम्मीदवारों को ट्रेन करने के लिए टीचिंग की मेथोडोलॉजी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ट्रेनिंग देने के बारे में सिखाया गया है. इसके बाद सभी इंस्ट्रक्टर्स ने अपने स्टूडेंट्स को ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए पढ़ई के बारे में बताया.