CBSE Exams 2020: बोर्ड ने परीक्षाओं को लेकर चल रही अफवाहों पर सफाई दी है
नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (Central Board of Secondary Education) ने एक बार फिर 10वीं और 12वीं बोर्ड की पेंडिंग परीक्षाओं को लेकर अपना मत रखा है. सीबीएसई (CBSE) से पिछले कई दिनों से पेडिंग बोर्ड परीक्षाओं को लेकर लगातार सवाल पूछे जा रहे थे. जैसे-जैसे 3 मई यानी कि लॉकडाउन खत्म होने का दिन नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे अफवाहों का बाजार भी गर्म होने लगा है.
इन्हीं अफवाहों पर जवाब देते हुए सीबीएसई ने आज अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट किया. सीबीएसई के ट्वीट के मुताबिक, "हाल ही में सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कई तरह की अफवाहें सुनने को मिल रही हैं. ऐसे में यह फिर से दोहराया जा रहा है कि 10वीं और 12वीं कक्षाओं के 29 विषयों पर बोर्ड ने जो फैसला लिया था वह अब भी उसी पर कायम है. इस बारे में 1 अप्रैल 2020 को सर्कुलर जारी कर जानकारी दी गई थी."
आपको बतों दें कि CBSE Board ने 1 अप्रैल को पेंडिंग परीक्षाओं को लेकर एक विस्तृत सुर्कलर जारी किया था. उस सर्कुलर में कहा गया था कि CBSE 12वीं केवल उन मुख्य विषयों की परीक्षाएं आयोजित करेगा जिनके अंकों की जरूरत उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाई के लिए ज़रूरी होती है. इसी के साथ सीबीएसई ने कहा था कि वैकल्पिक विषयों की परीक्षाओं को आयोजित नहीं किया जाएगा.
वहीं, 10वीं की पेंडिंग परीक्षाओं के लिए साफ तौर से कहा गया था कि उन्हें फिर से आयोजित नहीं किया जाएगा. हालांकि उत्तर पूर्वी दिल्ली में हिंसा के चलते जो स्टूडेंट अपनी 10वीं की परीक्षाएं नहीं दे पाए थे उनके लिए संबंधित विषयों की परीक्षाओं को लॉकडाउन हटने के बाद फिर से आयोजित किया जाएगा.
इसी के साथ सीबीएसई ने यह भी फैसला लिया था कि विदेश से 10वीं और 12वीं की परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के लिए पेंडिंग परीक्षाओं का आयोजन नहीं किया जाएगा.
वहीं, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' से कहा कि कोरोनावायरस के चलते उत्पन्न हुए हालातों के मद्देजनर बोर्ड की पेंडिंग परीक्षाओं को आयोजित करना मुमकिन नहीं है. ऐसे में स्टूडेंट्स को उनके इंटरनल नंबरों के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट कर देना चाहिए.