UP Board: नकल रोकने के लिए किए गए पुख्ता इंतजाम, अब परीक्षा केंद्रों पर 50 फीसदी कक्ष निरीक्षक दूसरे स्कूलों के होंगे

UP Board की परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए इस बार सरकार ने कई सख्त कदम उठाए हैं. इस बार बोर्ड परीक्षाओं में परीक्षा केंद्रों पर 50 फीसदी कक्ष निरीक्षक दूसरे स्कूलों के होंगे. 

UP Board: नकल रोकने के लिए किए गए पुख्ता इंतजाम, अब परीक्षा केंद्रों पर 50 फीसदी कक्ष निरीक्षक दूसरे स्कूलों के होंगे

UP Board Exam: इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 8,354 केंद्र बनाए गए हैं.

खास बातें

  • बोर्ड परीक्षाओं में नकल रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए.
  • अब परीक्षा केंद्रों पर 50 फीसदी कक्ष निरीक्षक दूसरे स्कूलों के होंगे.
  • शिक्षा विभाग की ओर से कई सख्त कदम उठाए गए हैं.
नई दिल्ली:

यूपी बोर्ड (UP Board) की 10वीं की परीक्षाएं 18 फरवरी से शुरू होकर 3 मार्च 2020 को खत्म होगी. वहीं, 12वीं की परीक्षाएं 19 फरवरी से 20 मार्च 2020 तक आयोजित की जाएगी. योगी सरकार ने इस बार परीक्षा में नकल रोकने के लिए कई पुख्ता इंतजाम किए हैं. शिक्षा विभाग की ओर से कई सख्त कदम उठाए गए हैं. इस बार यूपी बोर्ड (UP Board) की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाओं में पचास फीसदी कक्ष निरीक्षक दूसरे स्कूलों के होंगे. मुख्य सचिव अनूप चन्द्र पाण्डेय ने सभी जिलाधिकारियों और मण्डलायुक्तों को पत्र भेजकर नकलविहीन परीक्षाएं कराने के लिए कड़े निर्देश दिए थे. 

सीतापुर के जिला विद्यालय निरीक्षक ने एनडीटीवी को बताया, ''यूपी बोर्ड की परीक्षाओं में परीक्षा केंद्रों पर 50 फीसदी कक्ष निरीक्षक दूसरे स्कूलों के होंगे. बोर्ड ने कक्ष निरीक्षकों की ड्यूटी को लेकर कड़े दिशा निर्देश जारी किए हैं.'' इस बार यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए 8354 केंद्र बनाए गए हैं, जो पिछली बार से 195 कम हैं. नकल रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरों की नियमित रूप से जांच की जाएगी. इसकी रिकार्डिंग कभी भी मांगी जा सकेगी. अतिसंवेदनशील परीक्षा केंद्रों पर एसटीएफ तैनात की जाएगी.

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बता दें कि मुख्यमंत्री ने शनिवार देर रात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिलाधिकारियों, पुलिस प्रशासन और जिला विद्यालय निरीक्षकों को बोर्ड परीक्षाओं में नकल को रोकने के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने बोर्ड परीक्षाओं के सम्बन्ध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे अपने-अपने जिलों में नकलविहीन तथा शांतिपूर्ण परीक्षा संचालन के लिए सम्बन्धित अधिकारियों, प्रभावशाली नागरिकों तथा अभिभावकों की बैठकें सुनिश्चित करें.