प्रवासी भारतीय द‍िवस 2018: जान‍िए इसका इतिहास, उद्देश्‍य और महत्‍व

भारत सरकार हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन करती है. दरअसल, महात्‍मा गांधी इसी द‍िन दक्षिण अफ्रीका से साल 1915 में स्‍वदेश वापस लौटे थे.

प्रवासी भारतीय द‍िवस 2018: जान‍िए इसका इतिहास, उद्देश्‍य और महत्‍व

प्रवासी भारतीय द‍िवस की शुरुआत 2003 से हुई थी

खास बातें

  • हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय द‍िवस मनाया जाता है
  • इस मौके पर व‍िदेश में रह रहे भारतीयों के योगदान को च‍िन्‍हित क‍िया जाता ह
  • इस साल प्रवासी भारीतय द‍िवस स‍िंंगापुर में आयोज‍ित क‍िया जा रहा है
नई द‍िल्‍ली :

हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय द‍िवस मनाया जाता है. इसका मकसद भारत के विकास में प्रवासी भारतीयों के योगदान को पहचान द‍िलाने से है. प्रवासी द‍िवस की शुरुआत 2003 से हुई थी. इस मौके पर हर साल भारत सरकार अमूमन तीन दिवसीय सम्‍मेलन का आयोजन करती है. इस सम्‍मेलन में विदेश में रह रहे उन भारतीयों को आमंत्र‍ित कर सम्‍मान‍ित किया जाता है जिन्‍होंने अपने-अपने क्षेत्र में व‍िशेष उपलब्‍धि हासिल कर भारत का नाम व‍िश्‍व पटल पर गौरवान्‍वित किया हो. देश का नाम रौशन करने वाले ऐसे लोगों को राष्‍ट्रपति के हाथों प्रवासी भारतीय सम्‍मान से नवाजा जाता है. इसके अलावा इस सम्‍मेलन में प्रवासी भारतीयों से जुड़े मामलों और समस्‍याओं पर भी व‍िचार क‍िया जाता है. इस साल यह सम्‍मेलन सिंगापुर में आयोज‍ित किया जा रहा है.

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9 जनवरी को ही क्‍यों मनाया जाता है प्रवासी भारीतय द‍िवस?
भारत सरकार हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन करती है. दरअसल, महात्‍मा गांधी इसी द‍िन दक्षिण अफ्रीका से साल 1915 में स्‍वदेश वापस लौटे थे. महात्‍मा गांधी को सबसे बड़ा प्रवासी माना जाता है जिन्‍होंने न सिर्फ भारत के स्‍वतंत्रता संग्राम का नेतृत्‍व किया बल्‍कि भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिए बदल कर रख दिया.

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भारतीय प्रवासी दिवस का उद्देश्‍य
- अप्रवासी भारतीयों की भारत के प्रति सोच, भावना की अभिव्यक्ति, देशवासियों के साथ सकारात्मक बातचीत के लिए एक मंच उपलब्ध कराना. 
- विश्व के सभी देशों में अप्रवासी भारतीयों का नेटवर्क बनाना. 
- युवा पीढ़ी को अप्रवासियों से जोड़ना.
- विदेशों में रह रहे भारतीय श्रमजीवियों की कठिनाइयां जानना त‍था उन्हें दूर करने की कोश‍िश करना. 
- भारत के प्रति अनिवासियों को आकर्षित करना. 
- निवेश के अवसर को बढ़ाना.

अब तक कब और कहां मनाया गया प्रवासी भारीतय द‍िवस
2003 से लेकर अब तक हर साल भारत के अलग-अलग शहरों में में प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाता रहा है. अब तक मनाए गए सभी प्रवासी भारतीय दिवस की एक लिस्‍ट:
2003 पहला प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2004 दूसरा प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2005 तीसरा प्रवासी भारतीय दिवस, मुंबई
2006 चौथा प्रवासी भारतीय दिवस, हैदराबाद
2007 पांचवा प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2008 छठां प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2009 सातवां प्रवासी भारतीय दिवस, चेन्नई
2010 आठवां प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2011 नवां प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2012 दसवां प्रवासी भारतीय दिवस, जयपुर
2013 ग्‍यारहवां प्रवासी भारतीय दिवस, केरल
2014 बारहवां प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2015 तेरहवां प्रवासी भारतीय दिवस, गांधीनगर
2016 चौदहवां प्रवासी भारतीय दिवस, नई दिल्ली
2017 पंद्रहवां प्रवासी भारतीय दिवस, बेंगलुरु
2018 सोलहवां प्रवासी भारतीय दिवस, सिंगापुर
 
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