टाइम्स हायर एजुकेशन (टीएचई) विश्व विश्वविद्यालय रैंकिंग ने एशिया में शैक्षिक संस्थानों की रैंकिंग जारी की है और केवल दो भारतीय संस्थानों ने टॉप 50 एशियाई संस्थानों की इस लिस्ट में अपना स्थान बनाया है. इस रैंकिंग में जगह बनाने वाले दो संस्थान इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस (29वां स्थान) और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टैक्नोलॉजी, बॉम्बे (44वां स्थान) हैं. टॉप 100 में अपना रास्ता बना चुके अन्य संस्थानों में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रुड़की, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली शामिल हैं.
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग द्वारा जारी की गई रैंकिंग इस प्रकार हैं:
- भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) - विश्व रैंक 2 9
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), बॉम्बे - विश्व रैंक 44
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), खड़गपुर - विश्व रैंक 60
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), रूड़की - विश्व रैंक 65
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), कानपुर - विश्व रैंक 81
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), दिल्ली - विश्व रैंक 86
टॉप 200 में जगह बनाने वाले संस्थानों में तेजपुर यूनिवर्सिटी(100वां स्थान), इंडियन इन्स्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, मद्रास (103वां स्थान), भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, गुवाहाटी (112वां स्थान), पंजाब विश्वविद्यालय (114वां स्थान), नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, राउरकेला (126 वां स्थान), जादवपुर विश्वविद्यालय (127वां स्थान), इंडियन स्कूल ऑफ माइन्स (141वां स्थान), दिल्ली विश्वविद्यालय (144वां स्थान), अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (158वां स्थान), सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय (188वां स्थान) और आईआईटी-बीएचयू (194वां स्थान) शामिल हैं.
भारत के कुल 17 संस्थानों ने टॉप 200 एशियाई विश्वविद्यालय रैंकिंग में अपनी जगह बनाई है. यद्यपि भारत का प्रतिनिधित्व लिस्ट में बढ़ गया है, लेकिन पिछले साल की तुलना में कई विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में गिरावट दर्ज की गई है. आईआईएससी और आईआईटी बॉम्बे दो पायदान नीचे आकर 29वें और 44वें स्थान पर पहुंच गए हैं. वहीं सबसे बड़ी गिरावट आईआईटी मद्रास ने देखी है. पिछले साल आईआईटी मद्रास 41वें स्थान पर था, जबकि इस साल यह संस्थान 103वें स्थान पर पहुंच गया है.