नई दिल्ली: ब्रिटेन की सरकार ने कहा है कि देश के स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा रही पंजाबी, उर्दू, गुजराती और बांग्ला जैसी भारतीय भाषाएं देशभर में पढ़ायी जाती रहेंगी। ब्रिटेन के शिक्षा विभाग ने इस सप्ताह इसकी पुष्टि की कि चार भाषाएं जीसीएसई और ए.लेवल पाठ्यक्रम में पसंद के विषय में शामिल होंगी जो कि भारत के सेंट्रल बोर्ड स्तर की स्कूल परीक्षा के समकक्ष है।
भाषाओं को बरकरार रखने के लिए अभियान चला चुके सांसद बॉब ब्लैकमैन ने कहा, ‘मैं सबसे बहुसांस्कृतिक निर्वाचन क्षेत्रों में से एक का प्रतिनिधित्व करता हूं इसलिए मैं इसकी पुष्टि कर सकता हूं कि हम पहले के मुकाबले एक वैश्विक गांव का अधिक हिस्सा हैं।’