यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
खास बातें
- दो छात्राएं के दाखिले निरस्त कर दिए गए थे.
- दो माह तक दोनों छात्राओं ने कक्षाएं भी की थी.
- राज्यपाल के हस्ताक्षेप पर उन्हें पुन: दाखिला मिल सका.
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में 'बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ' का नारा कितना कारगर है, इसकी बानगी उस समय देखने को मिली, जब पंडित जवाहरलाल नेहरू डिग्री कॉलेज में दो छात्राओं का दाखिला निरस्त कर दिया गया और एक सप्ताह तक अनशन करने के बाद राज्यपाल के हस्ताक्षेप पर उन्हें पुन: दाखिला मिल सका. राज्य महिला आयोग की सदस्या प्रभा गुप्ता ने शुक्रवार को बताया, "पंडित जवाहरलाल नेहरू डिग्री कॉलेज में दो छात्राएं आरजू गुप्ता और जीतू गुप्ता ने बीए प्रथम वर्ष में नियमानुसार शुल्क जमा कर दाखिला लिया था. दो माह तक दोनों छात्राओं ने कक्षाएं भी की थी, लेकिन अक्टूबर माह के आरंभ में कॉलेज प्रशासन ने उनका दाखिला निरस्त कर कॉलेज में प्रवेश पर रोक लगा दी थी. इससे क्षुब्ध छात्राओं ने 17 अक्टूबर से एक सप्ताह तक जिला मुख्यालय के अशोक लॉट तिराहे पर अनशन किया था."
उन्होंने बताया कि इस दौरान वह खुद अनशन स्थल पहुंच कर पीड़ित छात्राओं से मिली थीं और उनकी पीड़ा महामहिम राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष उन्होंने रखी थी.
गुप्ता ने बताया कि राज्यपाल के हस्ताक्षेप के बाद कॉलेज प्रशासन ने दोनों छात्राओं को पुन: दाखिला दे दिया है और वे अब नियमित रूप से अपनी कक्षाओं में अध्ययन कर रही हैं.