दावोस में सालाना तौर पर विश्व आर्थिक मंच की मीटिंग होती है.
खास बातें
- दावोस में विश्व आर्थिक मंच की सालाना मीटिंग होती है
- यह एक गैर-सरकारी वैश्विक संस्था है
- दुनिया भर में कारोबार, राजनीति, अकादमिक के क्षेत्र में काम करता है ये मंच
नई दिल्ली: स्विट्जरलैंड स्थित विश्व आर्थिक मंच (World Economic Forum) जो कि एक गैर सरकारी संगठन है, दुनिया भर में कारोबार, राजनीति, अकादमिक के क्षेत्र में काम करता है. वैश्विक, क्षेत्रीय और औद्योगिक लक्ष्यों को तय करने में विश्व आर्थिक मंच की बड़ी भूमिका रहती है. यह मंच हर साल जनवरी के अंत में स्विट्जरलैंड के दावोस (Davos) के अल्पाइन स्काई रिजॉर्ट में सालाना मीटिंग का आयोजन करता है. इस मीटिंग में दुनिया भर से कारोबार, राजनीति, आर्थिक जगत के हजारों नेता हिस्सा लेते हैं और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करते हैं.
विश्व आर्थिक मंच की दावोस में होने वाली सालानी मीटिंग के बारे में ये हैं 10 खास बातें-
1. विश्व आर्थिक मंच की स्थापना यूनिवर्सिटी ऑफ जेनेवा के बिजनेस प्रोफेसर क्लॉस स्वैब ने 1971 में की थी.
2. यह एक गैर-सरकारी वैश्विक संस्था है.
3. विश्व आर्थिक मंच दुनिया भर में कारोबार, राजनीति, अकादमिक के क्षेत्र में काम करता है.
4. वैश्विक, क्षेत्रीय और औद्योगिक लक्ष्यों को तय करने में विश्व आर्थकि मंच की बड़ी भूमिका रहती है
5. 1971 में पहली बार प्रोफेसर क्लॉस स्वैब ने दावोस में पहले यूरोपियन मैनेजमेंट सिंपोजियम आयोजित किया गया था. जिसके बाद से जनवरी में हर साल दावोस में विश्व आर्थिक मंच की सालाना मीटिंग होने लगी.
6. दावोस स्विट्जरलैंड का एक शहर है, जहां बहुत सारे स्काई-रिजॉर्ट हैं. विश्व आर्थिक मंच की सालाना बैठक हर साल दावोस के अल्पाइन स्काई रिजॉर्ट में होती है. इसमें उद्योगपतियों को आपस में मिलने और एक-दूसरे के विचार जानने का मौका मिलता है.
7. जनवरी 1974 में पहली बार विश्व के राजनेताओं को इस मंच पर आमंत्रित किया गया था. इसके बाद दुनिया भर से नेता इस मंच से अपनी बात कहने के लिए इस मंच का इस्तेमाल करने लगे.
8. साल 2018 में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दावोस में विश्व आर्थिक मंच से अपनी बात रखी थी.
9. इस साल दावोस में सालाना मीटिंग 20 से 24 जनवरी के बीच आयोजित की जा रही है.
10. इस साल की थीम की बात की जाए तो 'Stakeholders For a Cohesive and Sustainable World' इस साल की थीम रखी गई है. इस बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप मुख्य आकर्षण होंगे जिन्होंने पिछले साल इसमें शिरकत नहीं की थी. इसके अलावा दुनिया की सबसे कम उम्र की सक्रिय प्रधानमंत्री फिनलैंड की सना मरीन भी सम्मेलन को संबोधित करेंगी. जलवायु परिवर्तन का मुद्दा उठाने वाली ग्रेटा थनबर्ग और उबर के मालिक दारा खोसकोवशाही का नाम भी इस बार मेहमानों की सूची में शामिल हैं. वहीं भारत की ओर से केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रहे हैं.