Reported by J Sam Daniel Stalin, Edited by Shahadat, हालांकि प्रशासन की इस योजना के बारे में स्थानीय लोगों का कुछ ओर ही कहना है. दक्षिण चेन्नई के तिरुवनमियुर में रहने वाली शेरिना कहती है, 'दो बार एक व्यक्ति आया और उसने हमारे नाम, उम्र और खांसी और सर्दी के बारे में जानकारी ली. फिर तीसरी बार एक अलग व्यक्ति आया और उसने फिर से नाम, उम्र पूछा, मगर लक्षणों के बारे में कुछ जानकारी नहीं ली. जाने के बाद वह आदमी भी तीन दिन से अभी तक नहीं आया.' शेरिना ने कहा, 'सरकार अच्छे उपाय कर रही है लेकिन दुखद है कि इसे ठीक से लागू नहीं किया जा रहा है. फिर कौन जानता है कि आने वाले लोग सच में सर्वेक्षण करने वाले लोग ही हैं?'