दिल्ली : कोरोना की जांच में लेटलतीफी के चलते वृद्ध का शव मौत के 19 दिन बाद मिला

रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में खेड़ा गांव के रहने वाले 65 साल के सूबे सिंह की 25 अप्रैल को मौत हुई थी, शव 14 मई को मिला

दिल्ली : कोरोना की जांच में लेटलतीफी के चलते वृद्ध का शव मौत के 19 दिन बाद मिला

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

Delhi Coronavirus: दिल्ली के एक वृद्ध का शव उसकी मौत के 19 दिन बाद उसके परिवार को मिल सका. ऐसा कोरोना की जांच में देरी के कारण हुआ. रोहिणी के अंबेडकर अस्पताल में खेड़ा गांव के रहने वाले 65 साल के सूबे सिंह नाम के पेशेंट की 25 अप्रैल 2020 को मौत हुई थी. तब से परिजनों को न तो पेशेंट का शव मिला था न कोरोना टेस्ट की रिपोर्ट मिली. मौत के बाद उनकी जांच के लिए सैंपल भेजा जाना था इसलिए उस दिन परिजनों को शव नहीं दिया गया.  

अस्पताल प्रशासन के अनुसार इनका सैंपल दिल्ली की एक लैब में भेजा गया था उस दिन 8 सैंपल इस अस्पताल से भेजे गए जिनमें से 7 का रिजल्ट आ गया लेकिन इस बुजुर्ग के रिपोर्ट पर रिपीट सैंपल आया. अब दोबारा इनका सैंपल भेजा जाना था. अस्पताल प्रशासन ने उनका सैंपल दोबारा भेजा तो दिल्ली की लेब के स्लॉट फुल मिले और कहा गया कि यहां जांच फिलहाल नहीं हो पाएगी.  

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

इसके बाद फिर से 7 मई को सैंपल नोएडा के बायोलॉजिकल इंस्टीट्यूट में भेजा गया. इसी बीच सरकारी आदेश आ गया था कि नोएडा की इस लैब में दिल्ली के सैंपल की जांच नहीं होगी और 11 मई को वह सैंपल नोएडा से वापस बाबासाहेब आंबेडकर अस्पताल आ गया.  इसके बाद उसी दिन फिर से सैंपल डॉ लाल लैब में भेजा गया है. उसकी रिपोर्ट अब आई और फिर बुज़ुर्ग का शव उसके परिवार को सौंपा गया.