यादव सिंह ने अपने पद का दुुरुपयोग करके करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की
नोएडा: नोएडा के चर्चित करोड़पति पूर्व मुख्य अभियंता यादव सिंह पर शिकंजा कसते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 19.92 करोड़ की संपत्ति कुर्क की है. ईडी ने यादव सिंह की तीन निर्माण कंपनियों और उनकी पत्नी के मालिकाना हक़ वाली एक फर्म की संपत्तियों को कुर्क किया है.
निदेशालय ने कुर्की का आदेश धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत दिया था. निदेशालय से मिली जानकारी के मुताबिक, एनकेजी इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, जेएसपी कंस्ट्रक्शन्स प्राइवेट लिमिटेड और तिरूपति कंस्ट्रक्शन कंपनी ने सौदा मिलने से पहले ही काम शुरू कर दिया था. इससे साफ पता चलता है कि यादव सिंह और अन्य ने ठेकेदारों के साथ मिलकर निविदा प्रक्रिया में हेरफेर किया, ताकि ठेका उन कंपनियों को ही मिले जो पहले से काम शुरू कर चुकी हैं.
सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर ईडी ने वर्ष 2015 में दो भिन्न मामलों में सिंह के खिलाफ धनशोधन का आरोप लगाया था. इस मामले में सीबीआई ने आरोपपत्र भी दाखिल कर दिया है.
यादव सिंह नोएडा अथॉरिटी में मुख्य इंजीनियर रहते हुए अपने पद का गलत इस्तेमाल करके करोड़ों रुपये की संपत्ति हासिल की थी.
(इनपुट भाषा से भी)