उत्तर प्रदेश का हापुड़ विधानसभा क्षेत्र
हापुड़: आरक्षित सीट हापुड़ विधान सभा कुछ समय तक भाजपा का सुरक्षित और आसान गढ़ रहा है. लेकिन अब भाजपा की यहां पकड़ कमजोर हो रही है. इस बार यहां त्रिकोणीय मुकाबला है.
काफी समय पहले यह सीट कांग्रेस के गजराज सिंह के लिए पक्की थी. वे तीन बार लगातार विधायक बने. राम मंदिर लहर में यह सीट कांग्रेस से छूटकर भाजपा के हाथ में आ गई. उसके बाद दो बार बसपा के धर्मपाल यहां से विधायक बने. 2012 में फिर से गजराज सिंह की वापसी हुई.
इस बार भी गजराज सिंह मैदान में हैं. उन्हें चुनौती देने के लिए भाजपा ने विजयपाल आढ़ती को और बसपा ने श्रीपाल सिंह को मैदान में उतारा है. चूंकि विजयपाल और श्रीपाल दोनों ही राजनीति में नए हैं, और सपा का वोट बैंक कांग्रेस की झोली में चला गया.
इसका फायदा गजराज सिंह को मिलता दिख रहा है, लेकिन राह फिर भी आसान नहीं है. क्योंकि व्यापारिक केंद्र होने के चलते यहां की राजनीति कहीं हद तक वैश्य समुदाय के इशारों पर चलती है. कांग्रेस यहां से 8 बार चुनाव जीत चुकी है. दलित और मुस्लिम बाहुल्य होने के कारण यहां मुकाबला बेहद दिलचस्प रहता है.