यह ख़बर 16 फ़रवरी, 2014 को प्रकाशित हुई थी

वेलिंग्टन टेस्ट, तीसरा दिन : मैक्कुलम के जुझारू शतक से न्यूजीलैंड संभला

वेलिंग्टन:

भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के कप्तान ब्रैंडन मैक्कुलम के जुझारू नाबाद शतक के बावजूद दूसरे और अंतिम क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन दबदबा कायम रखा। मैक्कुलम ने अपनी टीम को शुरुआती मुश्किलों से उबारा और दो जीवनदान का भरपूर फायदा उठाते हुए 237 गेंद में नाबाद 114 रन बना लिए। उन्होंने बीजे वाटलिंग के साथ मिलकर न्यूजीलैंड को मैच में बनाए रखा।

वाटलिंग 208 गेंद में 52 रन बनाकर उनके साथ क्रीज पर डटे हुए हैं। मैक्कुलम और वाटलिंग ने छठे विकेट के लिए नाबाद 158 रन की भागीदारी निभाई और न्यूजीलैंड को तीसरे दिन स्टंप तक 99 ओवर में पांच विकेट पर 252 रन बनाने में मदद की।

मेजबान टीम ने महज 94 रन के अंदर अपने पांच विकेट खो दिए थे। बेसिन रिजर्व की पिच पहले दिन जैसी नहीं थी, जिससे न्यूजीलैंड के पास मौका था कि वह भारतीय टीम की बढ़त खत्म कर दे, जिसने मेजबान टीम को पहली पारी में 192 रन पर समेटने के बाद 438 रन बनाए थे।

न्यूजीलैंड के लिए शुरुआत अच्छी नहीं रही, अनुभवी तेज गेंदबाज जहीर खान (60 रन देकर तीन विकेट) ने पहले सत्र में दो विकेट चटकाकर शुरुआती झटके दिए, जिससे लंच तक उनका स्कोर चार विकेट पर 87 रन था। लंच के बाद के सत्र की शुरुआत भी अच्छी नहीं हुई, जिसमें न्यूजीलैंड ने कोरी एंडरसन (2) का विकेट सस्ते में खो दिया। इसके बाद मैक्कुलम और वाटलिंग ने मिलकर टीम को उबारा और सुनिश्चित किया कि भारत को दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरना पड़े। लेकिन दो दिन का खेल अभी बाकी है और न्यूजीलैंड ने भारत पर सिर्फ छह रन की बढ़त हासिल की है, उनके पांच विकेट बाकी हैं।

मेहमान टीम को शृंखला बराबर करने के लिए मौके का पूरा फायदा उठाना होगा, न्यूजीलैंड ने ऑकलैंड में पहला टेस्ट 40 रन से जीता था।

सुबह के सत्र में दबदबे वाला प्रदर्शन करने वाले भारतीय गेंदबाजों ने लंच के बाद के सत्र में भी कसी गेंदबाजी से दबाव बनाए रखा, लेकिन उन्हें केवल एक ही विकेट मिला। सुबह के सत्र में उन्होंने 25.1 ओवर में महज 63 रन देते हुए तीन विकेट हासिल किए थे। अनुभवी तेज गेंदबाज जहीर खान ने न्यूजीलैंड को शुरुआती झटके दिए और पहले सत्र में दो विकेट हासिल कर न्यूजीलैंड का स्कोर चार विकेट पर 87 रन कर दिया।

भारत के लिए जहीर ने तीन विकेट चटकाए, लेकिन अंतिम सत्र में वह फीके ही लगे। इशांत शर्मा (63 रन देकर कोई विकेट नहीं) और मोहम्मद शमी (72 रन देकर एक विकेट) ने काफी गेंदबाजी की, लेकिन रवींद्र जडेजा (49 रन देकर एक विकेट) ने चारों भारतीय गेंदबाजों में सबसे ज्यादा 26 ओवर फेंके।

पहला सत्र भारतीयों के नाम रहा, अगले दो सत्र विशेषकर चाय के बाद का सत्र न्यूजीलैंड के लिए फायदेमंद रहा, जिसमें मैक्कुलम और वाटलिंग ने सतर्कता से बल्लेबाजी करते हुए भारतीयों को निराश किया। मैक्कुलम ने टेस्ट में अपनी नौंवी शतकीय पारी में 14 चौके और एक छक्का जड़ा, जबकि वाटलिंग ने अपने सातवें अर्धशतक में महज चार बार गेंद सीमारेखा के पार कराई। चाय के बाद पांच विकेट पर 146 रन से आगे खेलते हुए न्यूजीलैंड टीम शुरू में मिले झटकों से उबरने में सफल रही।

भारतीय गेंदबाजों ने अच्छी लाइन एवं लेंथ से कसी गेंदबाजी जारी रखी, इसके बावजूद ये दोनों बल्लेबाज सतर्कता से खेलते रहे और बीच-बीच में शॉट लगाते रहे। अंतिम सत्र के 68वें ओवर में मैक्कुलम ने 146 गेंद में पांच चौके से अर्द्धशतक पूरा किया। इसी दौरान वह न्यूजीलैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में 5,000 रन पूरे करने वाले चौथे खिलाड़ी बन गए। भारत को छठे विकेट के बीच बन रही यह साझेदारी तोड़ने की जरूरत थी और उसने पारी के 80वें ओवर में ली गई दूसरी नयी गेंद से कोशिश की, लेकिन मैक्कुलम और वाटलिंग ने 254 गेंद में 100 रन की साझेदारी पूरी कर ली।

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com