यह ख़बर 04 मार्च, 2014 को प्रकाशित हुई थी

एशिया कप : बांग्लादेश को हराकर फाइनल में पहुंचा पाकिस्तान

नई दिल्ली:

एशिया कप के 12वें संस्करण का फाइनल श्रीलंका और मौजूदा चैम्पियन पाकिस्तान के बीच खेला जाएगा। पाकिस्तान ने मंगलवार को शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में खेले गए अपने चौथे मुकाबले में बांग्लादेश को तीन विकेट से हराया। लक्ष्य का पीछा करते हुए यह पाकिस्तान की सबसे बड़ी जीत है।

बांग्लादेश ने पाकिस्तान के सामने 327 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था। जवाब में खेलने उतरी पाकिस्तानी टीम ने 49.5 ओवरो में सात विकेट खोकर जीत हासिल कर ली। पाकिस्तान की जीत के हीरो रहे शाहिद अफरीदी, जिन्होंने तूफानी अंदाज में 59 रन बनाए। इसके अलावा अहमद शहजाद ने 103 और फवद आलम ने 74 रनों का योगदान दिया। पाकिस्तान ने 2007 में मोहाली में भारत के खिलाफ 322 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए जीत हासिल की थी।

पाकिस्तान की शुरुआत काफी अच्छी रही। मोहम्मज हफीज (52) और शहजाद ने पहले विकेट के लिए 97 रन जोड़े। हफीज 55 गेंदों पर आठ चौके लगाने के बाद विदा हुए। उनकी विदाई के बाद पाकिस्तान को मिस्बाह उल हक (4) और शोएक मकसूद (2) के रूप में दो बड़े झटके लगे। मिस्बाह को शाकिब ने आउट किया जबकि मकसूद को मोमिनुल ने चलता किया। ये विकेट 102 और 105 रनों के कुल योग पर गिरे।

इसके बाद हालांकि फवद और शहजाद ने चौथे विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी निभाई। यह साझेदारी लगभग सात रनों के औसत से निभाई गई। 210 के कुल योग पर शहजाद, अब्दुर रज्जाक की गेंद पर बोल्ड हो गए। शहजाद ने 123 गेदों पर 12 चौके और एक छक्का लगाया।

पाकिस्तान का पांचवां विकेट 225 रनों के कुल योग पर गिरा। अब्दुर रहमान (8)को  महमुदुल्लाह ने चलता किया लेकिन इसके बाद मैदान पर जो कुछ हुआ, उसकी कल्पना बांग्लादेश ने कभी नहीं की होगी। भारत के खिलाफ अपनी नाबाद 34 रनों की तूफानी पारी से आत्मविश्वास हासिल करने वाले अफरीदी ने सिर्फ 18 गेंदों पर अर्धशतक लगाते हुए अपनी टीम को जीत के करीब पहुंचा दिया। अफरीदी इस दौरान चोटिल भी हुए लेकिन उन्होंने अपनी पारी जारी रखी।

जांघ की मांसपेशियों में खिंचाव की अवस्था में अफरीदी ने एक छक्का भी लगाया लेकिन एक रन चुराने के प्रयास में वह शाकिब के हाथों रन आउट कर दिए गए। उस समय पाकिस्तान का कुल योग 294 रन था। अफरीदी ने 25 गेंदों पर दो चौके और सात छक्के लगाए। उन्होने 18 गेंदों पर अर्धशतक पूरा किया। यह दूसरा सबसे तेज अर्धशतक है।

इसके बाद बांग्लादेश को जीत की उम्मीद जगी लेकिन फवद ने पाकिस्तान की उम्मीदों को जिंदा रखा। फवद ने रज्जाक द्वारा फेंके गए 48वें ओवर में 18 रन लेकर अपनी टीम को जीत के बिल्कुल करीब पहुंचा दिया। पाकिस्तान को जीत के लिए 12 गेंदों पर 13 रनों की जरूरत थी। शाकिब द्वारा फेंके गए 49वें ओवर में पाकिस्तानी टीम 10 रन जुटाने में सफल रही।

अब अंतिम ओवर में उसे तीन रनों की जरूरत थी लेकिन फवद, अल अमीन हुसैन द्वारा फेंके गए इस ओवर की चौथी गेंद पर आउट हो गए। फवद ने 70  गेंदों की पारी में चार चौके और दो छक्के लगाए। अंतिम दो गेंदों पर पाकिस्तान को जीत के लिए दो रन चाहिए थे। उमर अकमल (नाबाद 14) ने चौका लगाकर अपनी टीम को जीत तक पहुंचा दिया।

इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश टीम ने घरेलू हालात का फायदा उठाते हुए निर्धारित 50 ओवरों में तीन विकेट पर 326 रन बनाए। अनामुल हक ने 100 रनों का योगदान दिया जबकि इमरुल कायेस ने 59, मोमिनुल हक ने 51 और कप्तान रहीम ने नाबाद 51 रन जोड़े। इसके अलावा तीन मैचों के प्रतिबंध के बाद टीम में लौटे हरफनमौला खिलाड़ी शाकिब अल हसन ने 44 रनों की तूफानी पारी खेली।

अपना दूसरा एकदिवसीय शतक लगाने वाले अनामुल ने 132 गेंदों का सामना कर छह चौके और चार छक्के लगाए। अनामुल ने इमरुल के साथ पहले विकेट के लिए 150 रन जोड़े और अपनी टीम को मजबूत योग तक पहुंचाने के लिए आधार तैयार किया। इमरुल की 75 गेंदों की पारी में पांच चौके और दो छक्के शामिल हैं।

इमरुल का विकेट 150 के कुल योग पर गिरा और फिर अनामुल 204 के कुल योग पर पवेलियन लौटे। इसके बाद मोमिनुल और रहीम ने तीसरे विकेट के लिए 44 रन जोड़े। मोमिनुल ने 47 गेंदों पर छह चौके लगाए।

मोमिनुल के आउट होने के बाद रहीम और शाकिब ने पाकिस्तानी आक्रमण पंक्ति की जमकर खबर ली और 34 गेंदों पर 77 रनों की नाबाद साझेदारी की। रहीम ने 33 गेंदों पर आठ चौके लगाए जबकि तीन मैचों के प्रतिबंध के बाद टीम में लौटने वाले शाकिब ने 16 गेंदों पर छह चौके और दो छक्के लगाए।

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पाकिस्तान की ओर से सईद अजमल ने दो विकेट लिए जबकि एक सफलता मोहम्मद ताल्हा को मिली। पाकिस्तान ने बांग्लादेशी बल्लेबाजों को रोकने के लिए कुल आठ गेंदबाज आजमाए लेकिन वह उसे 300 रनों तक पहुंचने से नहीं रोक पाई। यह बांग्लादेश का अब तक का सबसे बड़ा एकदिवसीय योग है।