खास बातें
- पाकिस्तानी टीम श्रीलंका के खिलाफ लीग मैच में जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी, लेकिन यह टूर्नामेंट में उसके लिए कड़ी परीक्षा भी होगी।
ढाका: पाकिस्तानी टीम गुरुवार को चोटों की समस्याओं से जूझ रही श्रीलंका के खिलाफ एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट के लीग मैच में जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी, लेकिन यह टूर्नामेंट में उसके लिए कड़ी परीक्षा भी होगी। पाकिस्तान ने अपने अभियान की शुरुआत बांग्लादेश को हराकर की, हालांकि यह करीबी मुकाबला रहा।
वहीं श्रीलंकाई टीम भारत के खिलाफ बड़े लक्ष्य को पार करने में असफल रही और उसे हार का सामना करना पड़ा। भारत के 304 रन के लक्ष्य के जवाब में श्रीलंकाई टीम 50 रन पहले ही सिमट गई। हालांकि उप महाद्वीपीय हालात में उनके क्लिक होने की उम्मीद थी और उनके खिलाड़ी निचले क्रम तक बल्लेबाजी कर सकते हैं, लेकिन फिर भी टीम 45.1 ओवर में 254 रन पर सिमट गई। लेकिन पाकिस्तान के बारे में भविष्यवाणी नहीं की जा सकती और दोनों टीमों कागज पर बराबर ही दिख रही हैं।
हालांकि पाकिस्तान का बल्लेबाजी क्रम काफी लंबा है और उनकी टीम में शाहिद अफरीदी जैसा विस्फोटक क्रिकेटर है, जो मैच का पासा पलटने की क्षमता रखता है, लेकिन उनकी टीम प्रदर्शन के मामले में इतनी निरंतर नहीं रही है। वह जिस दिन अच्छा खेल रहा हो, तो मैच का रुख पलट सकता है, लेकिन अगले ही मैच में उसका प्रदर्शन काफी खराब भी हो जाता है। पाकिस्तानी टीम अपनी लेग ब्रेक गेंदबाजी पर निर्भर कर सकती है, जो हमेशा ही उसके काम आई है।
पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाजों ने बांग्लादेश के खिलाफ अच्छा स्कोर बनाया, लेकिन यूनुस खान और मिस्बाह उल हक जैसे अनुभवी मध्यक्रम खिलाड़ी असफल रहे। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कमजोर टीम माने जाने वाली मेजबान टीम के खिलाफ उनकी गेंदबाजी भी प्रभावशाली नहीं रही। तेज गेंदबाजी की अगुवाई करने वाले उमर गुल खर्चीले रहे और उन्हें अपनी गेंदबाजी पर ध्यान देना होगा, क्योंकि टीम की जीत के लिये उनकी फार्म काफी अहम है।
श्रीलंका को गेंदबाजी की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। उनका गेंदबाजी आक्रमण लसिथ मलिंगा की गैर-मौजूदगी में भारतीयों को नहीं रोक पाया और शुरुआती मुकाबले में उन्होंने काफी रन गंवा दिए। मलिंगा की इस मैच में वापसी की उम्मीद है। बल्लेबाजी में भी चिंताएं बनी हुई है। कप्तान महेला जयवर्धने के आउट होने के बाद टीम लक्ष्य का पीछा नहीं कर पाई।
विस्फोटक बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान बड़ा स्कोर की नींव रखने में अहम होंगे और चार बार की चैंपियन टीम टूर्नामेंट में खराब शुरुआत के बावजूद आक्रामक प्रदर्शन करना चाहेगी। श्रीलंकाई टीम के खिलाड़ी नौंवें नंबर तक बल्लेबाजी कर सकते हैं, लेकिन भारत के खिलाफ यह प्रयास अच्छा नहीं रहा। श्रीलंका को अपने दो आक्रमक ऑल राउंडर एंजेलो मैथ्यूज और थिसारा परेरा भी कमी खल रही है, जो चोटिल होने के कारण टीम से बाहर हैं।