350 के आसपास या अधिक के स्कोर में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का 5 बार हार का शर्मनाक रिकॉर्ड

350 के आसपास या अधिक के स्कोर में ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम का 5 बार हार का शर्मनाक रिकॉर्ड

डेविड मिलर ने तूफानी शतक से ऑस्ट्रेलिया को करारी मात दी (फाइल फोटो)

खास बातें

  • दक्षिण अफ्रीका ने वनडे का दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल किया
  • टीम इंडिया चेस करते हुए दो बार बना चुकी है 350 से अधिक का स्कोर
  • डेविड मिलर ने ठोका ताबड़तोड़ शतक, बनाए 118 रन
नई दिल्ली:

ऑस्ट्रेलियाई टीम को बुधवार को एक बार फिर वनडे में 350 के आसपास या उससे अधिक का स्कोर बनाने के बावजूद हार का सामना करना पड़ा, इसके साथ ही उसने एक नया और शर्मनाक रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया. ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. अब तक वह 4 बार 350 से अधिक के लक्ष्य को नहीं बचा पाई है और एक बार 346 के लक्ष्य का बचाव नहीं कर पाई. इन मैचों में उसकी बेहतरीन मानी जाने वाली गेंदबाजी यूनिट की विपक्षी बल्लेबाजों ने हर बार जमकर पिटाई की. दक्षिण अफ्रीका ने बुधवार को उसे इतिहास में दूसरी बार 350 से अधिक के लक्ष्य का पीछा करते हुए हराया है, जबकि टीम इंडिया भी उसे 350 रन से अधिक के लक्ष्य पर दो बार हरा चुकी है. वनडे क्रिकेट में दक्षिण अफ्रीका ने दूसरा सबसे बड़ा रन चेस करते हुए मैच जीता है.

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बुधवार को ऑस्ट्रेलिया को मिली हार के साथ ही उसके नाम 350 के स्कोर पर 5 बार हारने का रिकॉर्ड बन गया और वह ऐसा करने वाली इकलौती टीम बन गई. जानिए ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने कब-कब अपने बल्लेबाजों की मेहनत पर पानी फेर दिया-

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की वर्ल्ड रिकॉर्ड चेज
बड़े लक्ष्यों में हार के मामले में ऑस्ट्रेलिया का रिकॉर्ड बेहद खराब है. सबसे पहली बार ऐसा 2006 में हुआ था. जोहानिसबर्ग में खेले गए मैच में दक्षिण अफ्रीका ने 435 रनों के लक्ष्य को हासिल कर पहली बार ऑस्ट्रेलिया को 350 से अधिक के लक्ष्य में हराया था. इस वनडे मैच को वनडे क्रिकेट के 40 वर्षों के इतिहास के सबसे रोमांचक और यादगार मैच के रूप में भी जगह मिल चुकी है. आईसीसी द्वारा किए गए एक ऑनलाइन सर्वेक्षण में क्रिकेट प्रशंसकों ने इस मैच को पहले स्थान पर रखा था.

ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की थी. कप्तान रिकी पोंटिंग ने 105 गेंदों पर 164 रनों की शानदार पारी खेली और 50 ओवर में 434 रन का लक्ष्य रख दिया. जैसे ही यह टोटल बोर्ड पर दिखा, तो सबको लगा कि भला कोई 435 रन का लक्ष्य हासिल कर पाएगा, लेकिन दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने तो ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को मजाक बनाकर रख दिया और जमकर पिटाई की. उनका पहला विकेट 3 रन पर ही गिर गया था, लेकिन तूफानी बल्लेबाज हर्शल गिब्स (175 रन, 111 गेंद), ग्रीम स्मिथ (90 रन, 55 गेंद), मार्क बाउचर (नाबाद 50) और जोहान वान डेर वाथ (35) की पारियों की बदौलत रोमांचक मुकाबले में एक गेंद बाकी रहते 9 विकेट पर 438 रन बनाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया.

अबकी बार पड़ोसी न्यूजीलैंड ने दी करारी मात
यह मैच ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच हैमिल्टन में 20 फरवरी, 2007 को खेला गया था. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए मैथ्यू हेडन की दमदार बल्लेबाजी से 346 रन का स्कोर खड़ा किया. हेडन ने 181 रनों (11 चौके, 10 छक्के) की पारी खेली थी. जवाब में कीवी टीम के 116 रन पर ही 5 विकेट गिर गए, लेकिन क्रिकेट तो क्रिकेट है, इसमें अंतिम गेंद तक कुछ भी हो जाता है. न्यूजीलैंड की ओर से क्रेग मैकमिलन और ब्रेंडन मैक्कलम ने तूफानी बल्लेबाजी शुरू कर दी. मैकमिलन ने 96 गेंदों में 117 रन ठोक दिए, तो मैक्कलम 86 रन की पारी खेलकर नाबाद लौटे. इसका नतीजा यह हुआ कि कीवी टीम ने एक गेंद पहले ही 350 रन बनाते हुए मैच जीत लिया.

टीम इंडिया के रोहित-विराट का धमाल
बड़े स्कोर का पीछा करने में टीम इंडिया का भी कोई सानी नहीं है. जयपुर में 16 अक्टूबर, 2013 को खेले गए इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर वनडे में बड़ा स्कोर खड़ा किया. उसने पहले बल्लेबाजी करते हुए 360 रन का विशाल लक्ष्य रखा. फिलिप ह्यूज ने 83 और कप्तान जॉर्ज बेली ने 92 रन बनाए. लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने शानदार शुरुआत की. सबसे पहले शिखर धवन ने 86 गेंदों में 95 रन की पारी खेली, फिर रोहित शर्मा और विराट कोहली के तूफान ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजी के परखच्चे उड़ा दिए. रोहित शर्मा ने 123 गेंदों में 141 रन (17 चौके, 4 छक्के) और विराट कोहली ने 52 गेंदों में 100 रन (8 चौके, 7 छक्के) ठोक दिए. इस प्रकार टीम इंडिया ने 39 गेंद बाकी रहते ही रिकॉर्डतोड़ लक्ष्य हासिल कर लिया और ऑस्ट्रेलिया को एक और बड़े लक्ष्य में हार का सामना करना पड़ा.

धवन-विराट के तूफान में उड़ा ऑस्ट्रेलिया
2013 की वनडे सीरीज में टीम इंडिया ने दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया को 350 से अधिक के स्कोर पर हराया. नागपुर में 30 अक्टूबर, 2013 को खेले गए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने जॉर्ज बेली ने 114 गेंदों में 156 रन और शेन वॉटसन के 94 गेंदों में 102 रन की बदौतल 351 रनों का लक्ष्य खड़ा किया, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों ने सीरीज में दूसरी बार विरोधी गेंदबाजों का बुरा हाल कर दिया. इसमें एक बार फिर विराट कोहली और शिखर धवन के बल्ले का कमाल रहा. कोहली ने 61 गेंदों में ही शतक ठोक दिया था. कोहली ने 66 गेंदों में 115 रन बनाए और नाबाद रहे, जबकि धवन ने 102 गेंदों में 100 रन की पारी खेली और जेम्स फॉल्कनर का शिकार बने. भारत ने अंत में 6 विकेट से जीत दर्ज कर ली.

दक्षिण अफ्रीका की दूसरी सबसे बड़ी चेज
ऑस्ट्रेलिया को 350 से अधिक स्कोर में 5वीं हार दक्षिण अफ्रीका के हाथों किंग्समीड में बुधवार (5 अक्टूबर, 2016) को मिली. दक्षिण अफ्रीका ने 372 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से हराया. उसने ऑस्ट्रेलिया पर 5 मैचों की सीरीज में 3-0 की अजेय बढ़त भी बना ली है. इसमें दक्षिण अफ्रीका के तूफानी बल्लेबाज डेविड मिलर के ताबड़तोड़ 79 गेंदों में 118 रनों (10 चौके, 6 छ्क्के) का अहम रोल रहा. मिलर ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जमकर धुनाई की और टीम को जिताकर ही लौटे. इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने डेविड वार्नर (117), कप्तान स्टीव स्मिथ (108) की मदद से 371 रन बनाए थे.


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