यह ख़बर 03 अक्टूबर, 2012 को प्रकाशित हुई थी

ऑस्ट्रेलिया से हारना बाहर होने का अहम कारण रहा : महेन्द्र सिंह धोनी

खास बातें

  • भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि सुपर आठ चरण के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया से बड़े अंतर से मिली हार आईसीसी टी-20 विश्वकप से टीम के बाहर होने का अहम कारण रही।
कोलंबो:

भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि सुपर आठ चरण के पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया से बड़े अंतर से मिली हार आईसीसी टी-20 विश्वकप से टीम के बाहर होने का अहम कारण रही। धोनी ने हालांकि टीम के प्रदर्शन को संतोषजनक बताया।

उन्होंने कहा, यह संतोषजनक प्रदर्शन था। हम टूर्नामेंट की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया से हारने का खामियाजा हमने भुगता। हार का अंतर बहुत अधिक था। आज पहले मैच के बाद समीकरण ऐसे थे कि हम पहले क्षेत्ररक्षण करना चाहते थे ताकि 15-16 ओवर में लक्ष्य हासिल कर सकें। बल्लेबाजी क्रम में बदलाव का असर क्या टीम पर पड़ा है, यह पूछने पर धोनी ने कहा, नहीं, मुझे ऐसा नहीं लगता। उन्होंने स्वीकार किया कि सपाट पिचों पर गेंदबाजों के लिए मुश्किल हो रही थी और पिछले तीन टी-20 विश्वकप में टीम के खराब प्रदर्शन का यह अहम कारण रहा।

उन्होंने कहा, 2007 में हमने डरबन में खेला जहां हमारे तेज गेंदबाजों को मदद मिली। हमने जो भी स्कोर बनाया, हम उसे बचाने में कामयाब रहे, लेकिन सपाट विकेटों पर हमें मुश्किल पेश आई। यही वजह है कि मैं टर्निंग या सीम लेती विकेट पसंद करता हूं। जहीर खान और वीरेंद्र सहवाग जैसे सीनियर खिलाड़ियों को कुछ मैचों में बाहर बिठाने के सवाल पर धोनी ने कहा, जब भी हम अच्छा नहीं खेलते हैं तो यह सवाल पूछा जाता है। जब हम ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में हारे तो भी यही सवाल पूछा गया था। हमें वास्तविकता का सामना करना चाहिए।

धोनी ने कहा, हमने टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया और सिर्फ एक मैच हारे। हमारे पास 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले गेंदबाज नहीं हैं। उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में नीचे उतरने के अपने फैसले का फिर बचाव किया।

उन्होंने कहा, वीरेंद्र सहवाग को छोड़कर सिर्फ दो ही खिलाड़ी ऐसे हैं, जो शुरू से गेंद को पीट सकते हैं, वह मैं और सुरेश रैना हैं। यदि हम बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आते तो असर पड़ सकता था, लेकिन यदि हम 13वें ओवर में आउट हो जाते तो दूसरे बल्लेबाजों को जमने में समय लगता। धोनी ने कहा, टीम के लिए विराट कोहली का तीसरे नंबर पर उतरना जरूरी था। उसके मौजूदा फार्म को देखते हुए उसे आखिर में कुछ गेंद खेलने के लिए नहीं छोड़ा जा सकता। उन्होंने कहा, यदि हम पावरप्ले ओवरों में कई विकेट गंवा देते तो रोहित और फिर युवराज थे। वे ज्यादा से ज्यादा ओवर खेलते। धोनी ने रोहित शर्मा का फिर बचाव किया जो लगातार अच्छा नहीं खेल पाया है।

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उन्होंने कहा, रोहित टीम के लिए खेलता है। अपने औसत पर ध्यान नहीं देता। वह चौके छक्के लगाकर अपना औसत दुरुस्त कर सकता था, लेकिन वह टीम के लिए खेलता है।