बांग्लादेश के कप्तान शाकिब-अल-हसन फिट होकर खेलने को तैयार हैं
खास बातें
- बांग्लादेश व श्रीलंका के बीच करो या मरो की जंग
- आज जो जीतेगा, वह फाइनल खेलेगा
- इसलिए मेजबान कप्तान पर है ज्यादा दबाव
नई दिल्ली: श्रीलंका में खेली जा रही निधास टी20 ट्रॉफी ट्राई सीरीज में मेजबान और बांग्लादेश टीम के बीच आज शाम करो या मरो की जंग होने जा रही है. आज जो भी टीम जीत हासिल करेगी, उसे भारत के खिलाफ फाइनल मुकाबला खेलने का मौका मिलेगा. वहीं जीतने वाले कप्तान का वह बड़ा मिथक भी टूट जाएगा, जिसने पिछले बहुत ही लंबे समय से शाकिब अल हसन और थिसारा परेरा दोनों की ही नींद उड़ा रखी है. दोनों ही जवाब देते-देते थक गए हैं, पर सवाल है कि मानते ही नहीं!
इसमें दो राय नहीं कि चोट से उबरने के बाद शाकिब-अल-हसन की वापसी से बांग्लादेश को बहुत ही ज्यादा मजबूती मिलेगी. हालांकि शाकिब के साथ मैच प्रैक्टिस नहीं है, लेकिन अब इस खिलाड़ी का स्तर ऐसा हो चुका है कि वह कुछ भी कर सकते हैं. वैसे बांग्लादेश बढ़े मनोबल के साथ उतरेगा.
वजह यह है कि मेजबान टीम को पिछले मैच में उसने 5 विकेट से मात दी थी. इस मैच में उसने दो सौ से ऊपर के स्कोर का पीछा किया था. इसके अलावा श्रीलंकाई कप्तान थिसारा परेरा तो उस मिथक को तोड़ने के लिए सबसे ज्यादा भरे बैठे हैं, जिसने एक तरह से उनका जीना दूभर कर दिया है.
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वैसे मिथक ने परेशान शाकिब को भी किया हुआ है. इसमें कोई दो राय नहीं कि शाकिब अल हसन टी-20 ही नहीं, वर्तमान में विश्व के बेहतरीन ऑलराउंडरों में से हैं. और वह दिन विशेष पर किसी भी टीम के खिलाफ बांग्लादेश को जिताने का माद्दा रखते हैं, लेकिन जब शाकिब टी-20 में कप्तान बने, तो वह भी मिथक की मार से नहीं ही बच सके. चलिए आपको फटाफट मिथक बता ही देते हैं. पहले थिसारा परेरा के बारे में जान लीजिए
VIDEO: सेंचुरियन के शतकवीर विराट कोहली तो मिथक यह है भाई साहब कि थिसारा परेरा ने अभी तक 7 टी-20 मैचों में श्रीलंका की कप्तानी की है, तो वहीं शाकिब अल-हसन 6 मैचों में बांग्लादेश की कमान संभाल चुके हैं. लेकिन मिथक यह है कि इन दोनों को एक भी जीत नसीब नहीं हुई. पर आज एक का मिथक टूटना दो सौ फीसदी पक्का है! वैसे इन दोनों के अलावा स्कॉटलैंड के कप्तान गैविन हैमिल्टन भी हैं, जिनके हिस्से में 6 हार हैं. और उन्हें भी इस फॉर्मेट में जीत का खाता खोलना अभी भी बाकी है.