INDvsBAN : बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकुर ने कहा, दुर्भाग्य से हमारे पास टीम इंडिया जैसा 'यह खास' खिलाड़ी नहीं है, अन्यथा...

INDvsBAN : बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकुर ने कहा, दुर्भाग्य से हमारे पास टीम इंडिया जैसा 'यह खास' खिलाड़ी नहीं है, अन्यथा...

बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकुर रहीम ने पहली पारी में 127 रन बनाए...

खास बातें

  • बांग्लादेश के स्पिनर टीम इंडिया पर प्रभाव नहीं डाल पाए
  • स्पिनरों के फेल होने से बांग्लादेश की गेंदबाजी बिखर गई
  • बांग्लादेश की टीम भारत में पहली बार टेस्ट खेलने आई
हैदराबाद:

बांग्लादेश की टीम भारत में खेले अपने पहले टेस्ट मैच और सीरीज में 1-0 से भले ही हार गई, लेकिन उसने काफी हद तक अच्छा प्रदर्शन किया. खासतौर से पहली पारी में उसने शानदार बल्लेबाजी की थी. हालांकि उसके गेंदबाज सफल नहीं रहे और टीम इंडिया ने पहली पारी में काफी विशाल स्कोर खड़ा कर दिया था, जिसका उन पर मनोवैज्ञानिक दबाव रहा. फिर भी खुद कप्तान मुशफिकुर रहीम, शाकिब अल हसन और महमुदुल्लाह जैसे बल्लेबाजों ने टीम इंडिया के दिग्गज स्पिनरों के सामने भरपूर जज्बा दिखाया. फिर भी बांग्लादेश को दूसरी पारी में एक ऐसे बल्लेबाज की कमी खली, जो मैच को बचा सके. इस बात को कप्तान रहीम भी भलीभांति समझते हैं, तभी तो उन्होंने मैच के बाद कहा कि हमारे पास 'एक खास' बल्लेबाज होता, तो हम जीतते नहीं, तो मैच तो बचा ही लेते...

टीम इंडिया के बल्लेबाजों खासतौर से कप्तान विराट कोहली की बल्लेबाजी से खासे प्रभावित बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकुर रहीम को विराट जैसे बल्लेबाज की कमी महसूस हो रही है. उनका मानना है कि यदि विराट जैसा कोई बल्लेबाज उनकी टीम में होता तो वह हैदराबाद टेस्ट को ड्रॉ करा लेते और सीरीज में हार से बच जाते.

..तो 7 नहीं, 4 बल्लेबाजों में ही काम हो जाता
भारत के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच को बचाने में नाकाम रहे बांग्लादेश के कप्तान मुशफिकर रहीम से सोमवार को मैच के बाद जब पूछा गया कि क्या वह कोहली के इस विचार से सहमत हैं कि ‘बल्लेबाजी की मूल तकनीक’ से मेहमान टीम हार से बच सकती थी, तो उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, ‘अगर आपकी मूल तकनीक विराट कोहली जैसी होती तो फिर आप टेस्ट मैचों में 50 के औसत से रन बनाते. तब आपको यहां तक कि आखिरी दिन मैच बचाने के लिए सात बल्लेबाजों की जरूरत भी नहीं पड़ती. मैच ड्रॉ कराने के लिए चार बल्लेबाज ही पर्याप्त होते.’

बांग्लादेश टीम की हार के बाद रहीम की कप्तानी पर सवाल उठने लगे हैं. हालांकि उन्होंने खुद अच्छी बल्लेबाजी करते हुए कप्तानी पारी खेली थी, लेकिन टीम को फॉलोऑन से नहीं बचा पाए थे. उनके अनुसार उन्हें अन्य बल्लेबाजों का उस तरह से साथ नहीं मिला, जैसा कि टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने विराट कोहली को दिया था, वहीं उन्होंने स्वीकार किया कि वह खुद विराट जैसी महारत नहीं रखते हैं.

मैं बांग्लादेश का नंबर वन बल्लेबाज कैसे हो सकता हूं...
रहीम ने कहा, ‘दुर्भाग्य से हमारी टीम में विराट कोहली नहीं हैं. मेरा औसत 34 या 33 है, फिर मैं बांग्लादेश का नंबर एक बल्लेबाज कैसे हो सकता हूं. अगर आप दो या तीन भूमिकाएं निभा रहे हो तो इसका मतलब है कि प्रबंधन को आप पर भरोसा है. इसलिए मुझे तीनों विभागों में अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है. यदि मैं अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहा हूं तो फिर मेरे भविष्य का फैसला करना बोर्ड का काम है.’

मुशफिकर ने कहा, ‘अभी मैं जो कर रहा हूं उसका पूरा लुत्फ उठा रहा हूं क्योंकि मैं क्रीज पर काफी समय बिता रहा हूं. आप ड्रेसिंग रूम के बजाय मैदान पर समय बिताकर अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभा सकते हो. वे लोग जो बाहर (बीसीबी अधिकारी) बैठे हैं वे फैसला कर सकते हैं लेकिन जहां तक मेरा सवाल है तो मैं तीनों जिम्मेदारियों में खुश हूं.’

तमीम इकबाल और शाकिब अल हसन जैसे सीनियर खिलाड़ियों के बेपरवाह रवैये के बारे में पूछने पर मुशफिकर ने कहा, ‘तमीम और शाकिब अलग तरह के खिलाड़ी हैं. उन्होंने बल्लेबाजी का अपना तरीका तैयार किया होगा और वे उसी हिसाब से बल्लेबाजी करना चाहेंगे.’ मुशफिकर ने ताइजुल इस्लाम और मेहदी हसन मिराज की तुलना में शाकिब को कम ओवर देने के अपने फैसले का भी बचाव किया.

किफायती गेंदबाजी वाले खिलाड़ी चाहिए
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे पास तीन अग्रणी स्पिनर हैं और हमें ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो किफायती गेंदबाजी कर सकें और पिच का फायदा उठा सकें. मुझे लगता है कि मिराज और ताइजुल ने अच्छी भूमिका निभाई. शाकिब के होने का मतलब यह नहीं है कि मैं नए गेंदबाज (मिराज) को कम ओवर करने को दूं. इन दो दिनों में मिराज और ताइजुल ने बेहतर भूमिका निभाई.’


Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com