खास बातें
- विराट, रोहित और बुमराह ए+ ग्रेड में हैं
- अश्विन, शमी, पुजारा जैसे स्टार ए ग्रेड में शामिल
- धोनी को नहीं मिला किसी ग्रेड में स्थान
भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) ने भारतीय क्रिकेटरों के सालाना कांट्रेक्ट की घोषणा कर दी है. अक्टूबर, 2019 से सितंबर, 2020 तक के लिए घोषित किए गए कांट्रेक्ट में विराट कोहली, रोहित शर्मा तथा जसप्रीत बुमराह को ग्रेड ए+ में रखा गया है. इनके अलावा रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, मोहम्मद शमी, चेतेश्वर पुजारा, लोकेश राहुल, अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, ईशांत शर्मा, कुलदीप यादव तथा ऋषभ पंत को ग्रेड ए में रखा गया है. खास बात यह है कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी को किसी ग्रेड में स्थान नहीं मिला है. इसके मायने यह लगाए जा रहे हैं कि एमएस धोनी अब बीसीसीआई की प्लानिंग का हिस्सा नहीं हैं और बोर्ड अब उनसे आगे देखते हुए नए विकेटकीपर पर दांव लगाने का मूड बना चुका है.
धोनी ने पिछले साल हुए वर्ल्डकप के बाद से ही एक भी अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेला है. बीसीसीआई के सालाना अनुबंध में हिस्सा नहीं मिलने के बाद उनके भविष्य को लेकर अटकलों का जोर पकड़ सकता है. हालांकि धोनी इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम का नेतृत्व करेंगे. भारतीय टीम के 'कैप्टन कूल' कहे जाने वाले पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी पिछले साल तक कॉन्ट्रैक्ट के ग्रेड 'ए' में शामिल थे. हालांकि, कुछ दिन पहले ही टीम इंडिया के कोच रवि शास्त्री ने यह कहा था कि एमएस धोनी जल्द ही वनडे से संन्यास का ऐलान कर सकते हैं. और अब लग रहा है कि यह घोषणा भी कभी भी हो सकती है.
आखिरी बार धोनी भारत के लिए पिछले साल जुलाई में इंग्लैंड में हुए वर्ल्ड कप में खेले थे. उसके बाद उनके संन्यास और भविष्य को लेकर अटकलों का दौर लगातार जारी है.
वार्षिक कॉन्ट्रैक्ट में ऋद्धिमान साहा, उमेश यादव, युजवेंद्र चहल, हार्दिक पंड्या, मयंक अग्रवाल को ग्रेड 'बी' में रखा गया है जबकि केदार जाधव, नवदीप सैनी, दीपक चाहर, मनीष पांडे, हनुमा विहारी, शारदुल ठाकुर, श्रेयस अय्यर तथा वॉशिंगटन सुंदर को ग्रेड 'सी' में रखा गया है.
गुरुवार को BCCI ने जिन 27 खिलाड़ियों को वार्षिक कॉन्ट्रैक्ट में शामिल किया है, उनमें पांच खिलाड़ियों - मयंक अग्रवाल (ग्रेड 'बी'), नवदीप सैनी (ग्रेड 'सी'), श्रेयस अय्यर (ग्रेड 'सी'), वॉशिंगटन सुंदर (ग्रेड 'सी') और दीपक चाहर (ग्रेड 'सी') - को पहली बार कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है. BCCI ग्रेड 'ए+' में शामिल खिलाड़ियों को सात करोड़ रुपये वार्षिक वेतन देता है. भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड ग्रेड 'ए' के खिलाड़ियों को पांच करोड़ रुपये वार्षिक देता है. ग्रेड 'बी' में शामिल क्रिकेटरों को तीन करोड़ रुपये वार्षिक वेतन के रूप में दिए जाते हैं, और ग्रेड 'सी' के खिलाड़ियों को एक करोड़ रुपये वार्षिक वेतन मिलता है.