यह ख़बर 16 जनवरी, 2012 को प्रकाशित हुई थी

‘दुर्गति’ के बाद क्रिकेटरों से दूरी बना रहे हैं ब्रांड

खास बातें

  • ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम की दुर्गति के बाद अब कई कंपनियां अपने ब्रांडों का प्रचार क्रिकेटरों के जरिये करने में हिचकिचा रही हैं, क्योंकि उनका मानना है कि इससे नकारात्मक धारणा बनेगी।
नई दिल्ली:

ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर भारतीय क्रिकेट टीम की दुर्गति के बाद अब कई कंपनियां अपने ब्रांडों का प्रचार क्रिकेटरों के जरिये करने में हिचकिचा रही हैं, क्योंकि उनका मानना है कि इससे नकारात्मक धारणा बनेगी।

वहीं दूसरी ओर मीडिया प्लानर्स और खिलाड़ियों के प्रबंधकों ने इसे बढ़ा-चढाकर की जा रही प्रतिक्रिया करार दिया है।

कैनन इंडिया के वरिष्ठ उपाध्यक्ष आलोक भारद्वाज ने कहा, ‘जब धारणा सकारात्मक न हो, तो क्रिकेट के माध्यम से विज्ञापन करना कठिन है। हम एक ऐसे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे हैं जिससे नकारात्मक धारणा दूर हो सके। उसके बाद हम क्रिकेट आधारित विज्ञापन दिखाना शुरू करेंगे।’ भारद्वाज ने बताया कि कैनन ने हाल में सचिन तेंदुलकर के साथ दो साल के लिए अपने करार का नवीकरण किया है। ऑस्ट्रेलिया के साथ चार टेस्ट मैचों की श्रंखला के पहले तीन मैच गंवाकर भारत श्रृंखला हार चुका है। पिछले साल इंग्लैंड ने भारतीय क्रिकेट टीम को 4-0 से हराया था।

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सेलेब्रिटी मैनेजमेंट एजेंसी क्वान के प्रबंध निदेशक अनिरबन दास ने कहा, ‘ब्रांड एम्बैसडर के रूप में आज क्रिकेटर खत्म हो चुके हैं, क्योंकि आज की तारीख में इस खेल में काफी उतार-चढ़ाव है।’ दास ने कहा कि ज्यादातर क्रिकेटरों को अधिक कीमत दी जा रही है। ब्रांड क्रिकेटरों को जोड़ते समय तर्कसंगत कारोबारी निर्णय के बजाय भावना में काम करते हैं।