जानिए, कौन-सा अनूठा और शानदार रिकॉर्ड बनाकर विदा हो सकते हैं ब्रैंडन मैक्कलम

जानिए, कौन-सा अनूठा और शानदार रिकॉर्ड बनाकर विदा हो सकते हैं ब्रैंडन मैक्कलम

ब्रैंडन मैक्कलम (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

न्यूज़ीलैंड के कप्तान ब्रैंडन मैक्कलम शनिवार से क्राइस्टचर्च में चिर-प्रतिद्वंद्वी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने जा रहे सीरीज़ के दूसरे टेस्ट मैच के बाद रिटायर होने जा रहे हैं, जो कीवी क्रिकेट प्रेमियों के लिए उदासी का सबब बना हुआ है... अपनी तूफानी बल्लेबाज़ी के लिए मशहूर ब्रैंडन अपने देश की ओर से 100 टेस्ट खेल चुके हैं, और शनिवार से शुरू होने वाला टेस्ट मैच उनके करियर का 101वां मैच होगा।

पूरे करियर में कम से कम 100 टेस्ट मैच खेलने वाले न्यूज़ीलैंड के तीसरे और दुनिया के 64वें खिलाड़ी के रूप में नाम दर्ज करवाने वाले ब्रैंडन मैक्कलम के नाम वैसे तो एक अनूठा रिकॉर्ड पहले ही दर्ज हो चुका है - वह दुनिया के पहले ऐसे खिलाड़ी हैं, जो टेस्ट क्रिकेट के पदार्पण करने के बाद अपनी टीम के लिए हर टेस्ट मैच में शामिल रहे हैं, और 100 टेस्ट मैच लगातार खेले। हालांकि उनके अलावा दुनियाभर में कुल तीन खिलाड़ी और हैं, जिन्होंने लगातार 100 या उससे ज़्यादा टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन उनमें से कोई भी अपने पदार्पण के बाद से लगातार 100 टेस्ट मैच नहीं खेला।

आखिर कौन-सा रिकॉर्ड है, जो मैक्कलम बना सकते हैं...
अब हम बात करते हैं एक ऐसे रिकॉर्ड की, जो ब्रैंडन अपने आखिरी मैच में बना सकते हैं। दरअसल, यह रिकॉर्ड वह इसी सीरीज़ के पहले मैच में भी बना सकते थे, लेकिन कामयाबी नहीं मिली। दरअसल वेलिंगटन में खेले गए मैच की दोनों पारियों में ब्रैंडन ने क्रमशः शून्य और 10 रन बनाए, तथा उनमें एक भी छक्का शामिल नहीं था, सो, अब अगर वह क्राइस्टचर्च टेस्ट मैच में एक भी छक्का लगा देते हैं, तो टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने वालों की सूची में 101 छक्कों के साथ सबसे ऊपर पहुंच जाएंगे।

वैसे तो ब्रैंडन इस वक्त भी टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के लगाने वालों की लिस्ट में 100 छक्कों के साथ सबसे ऊपर हैं, लेकिन शीर्ष स्थान पर ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज विकेटकीपर-बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट भी उनके साथ संयुक्त रूप से काबिज हैं, सो ब्रैंडन को उनसे आगे निकलने के लिए कम से कम एक छक्का और लगाना होगा, और उस छक्के के साथ ही ब्रैंडन न सिर्फ सबसे आगे पहुंच जाएंगे, बल्कि यह भी लगभग तय है कि लंबे अरसे तक उनका यह रिकॉर्ड टूटेगा नहीं।

दूर-दूर तक कोई नहीं, जो तोड़ सके यह रिकॉर्ड...
दरअसल, शीर्ष पर ब्रैंडन के साथ मौजूद गिलक्रिस्ट तो पहले ही रिटायर हो चुके हैं, और इन दोनों के अलावा इस सूची में काफी दूरी तक कोई भी ऐसा खिलाड़ी मौजूद नहीं है, जो अभी तक खेल रहा हो। सभी खिलाड़ी रिटायर हो चुके हैं, और अब भी खेल रहे खिलाड़ी लिस्ट में इतना नीचे है कि उन्हें शीर्ष तक पहुंचने के लिए बहुत लंबा वक्त लगेगा।

सूची में पहले-दूसरे स्थान पर मौजूद गिलक्रिस्ट और ब्रैंडन के बाद तीसरे स्थान पर वेस्ट इंडीज़ के विस्फोटक बल्लेबाज क्रिस गेल हैं, जिन्होंने 96 मैचों में 98 छक्के लगाए हैं। वह आधिकारिक रूप से रिटायर नहीं हुए हैं, लेकिन सितंबर, 2014 के बाद उन्होंने अपने देश के लिए कोई टेस्ट मैच खेला भी नहीं है, और फिलहाल कोई उम्मीद नज़र भी नहीं आ रही है।

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उनके बाद सूची में दर्ज हैं दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज हरफनमौला जैक कालिस, जिन्होंने 166 टेस्ट मैचों में 97 छक्के लगाए, और उनके तुरंत बाद नाम है 'मुल्तान के सुल्तान' वीरेंद्र सहवाग का, जिन्होंने कुल 104 टेस्ट मैचों में 91 छक्के ठोके।

सो, अब यह लगभग तय है कि अगर ब्रैंडन मैक्कलम अपने आखिरी टेस्ट मैच में एक भी छक्का लगा देते हैं, तो वह बहुत लंबे वक्त के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा छक्के जड़ने वालों की सूची के शीर्ष पर दर्ज रहेंगे।

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अब देखना यह है कि क्या शनिवार से पहले ब्रैंडन भी यह ख़बर पढ़ पाते हैं या नहीं...