यह ख़बर 02 अक्टूबर, 2014 को प्रकाशित हुई थी

चेन्नई सुपरकिंग्स शान से फाइनल में, केकेआर से होगा सामना

हैदराबाद:

चेन्नई सुपरकिंग्स ने ड्वेन ब्रावो के अर्द्धशतक के बाद पैनी गेंदबाजी की बदौलत गुरुवार को हैदराबाद में चैम्पियंस लीग के दूसरे सेमीफाइनल में किंग्स इलेवन पंजाब को 65 रन से शिकस्त देकर फाइनल में प्रवेश किया।

अब 4 अक्तूबर को होने वाले खिताबी मुकाबले में उसका सामना कोलकाता नाइटराइडर्स से होगा जिसने होबार्ट हरिकेन्स को पहले सेमीफाइनल में सात विकेट से पराजित किया।

बल्लेबाजी का न्यौता मिलने के बाद चेन्नई सुपरकिंग्स ने ब्रावो के 39 गेंद में 67 रन से निर्धारित 20 ओवर में सात विकेट पर 182 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा किया।

इसके जवाब में किंग्स इलेवन पंजाब की टीम 18.2 ओवर में 117 रन पर सिमट गई।

पंजाब के लिए केवल बल्लेबाज मनन वोहरा (16), डेविड मिलर (22) और अंत में अक्षर पटेल (31 रन), करणवीर सिंह (नाबाद 17) और अनुरीत सिंह (16) ही दोहरे अंक तक पहुंच सके।

चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए आशीष नेहरा (तीन ओवर में नौ रन देकर), मनन शर्मा (तीन ओवर में 14 रन देकर), पवन नेगी (28 रन देकर) और सुरेश रैना (दो ओवर में 10 रन देकर) ने दो-दो विकेट चटकाए जबकि आर अश्विन और रविंद्र जडेजा के नाम एक विकेट रहा।

इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब की शुरुआत ही अच्छी नहीं रही, उसने सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग (शून्य) का विकेट दूसरे ही ओवर में खो दिया। इसके बाद टीम का स्कोर एक विकेट पर 24 रन से चार विकेट पर 24 रन हो गया। टीम ने लगातार रिद्धिमान साहा, ग्लेन मैक्सवेल और वोहरा के विकेट गंवा दिए।

स्कोर में 10 रन जुड़े ही थे कि कप्तान जार्ज बेली (06) भी आउट हो गए। एक गेंद बाद थिसारा परेरा भी पैवेलियन लौट गए। मिलर ने टीम को संभालना शुरू किया था कि वह अश्विन की गेंद पर बोल्ड हो गए। पटेल ने 18 गेंद में चार चौके और एक छक्के से 31 रन जोड़े, तभी 90 रन के स्कोर पर वह रैना की गेंद का शिकार बने, एक गेंद बाद परविंदर अवाना भी चलते बने। अनुरीत आउट होने वाले अंतिम खिलाड़ी रहे।

इससे पहले ब्रावो को फाफ डु प्लेसिस (33 गेंद में 46 रन) से पूरा सहयोग मिला जबकि जडेजा (13 गेंद में 27 रन) ने अंत में योगदान दिया जिससे चेन्नई की टीम यह चुनौतीपूर्ण लक्ष्य खड़ा करने में सफल रही।

पंजाब के लिए अवाना ने 30 रन देकर चार विकेट और पटेल ने 30 रन देकर दो विकेट हासिल किए। बेली ने टास जीतकर क्षेत्ररक्षण का फैसला किया, जिसके बाद छह ओवर तक चीजें पंजाब के नियंत्रण में थी।

तेज गेंदबाज अनुरीत और अवाना ने चेन्नई की खतरनाक बल्लेबाजी इकाई के खिलाफ नई गेंद से प्रभावित किया।

अवाना की तेज गेंद ड्वेन स्मिथ (14) को बोल्ड कर गई जबकि उनके सलामी बल्लेबाज साथी ब्रैंडन मैकुलम (06) परेरा की गेंद पर मिडविकेट पर कैच दे बैठे।

रैना (06) ने कवर पर शानदार ड्राइव से पारी का आगाज किया लेकिन वह अवाना की गेंद पर मिड आन पर बेली को कैच देकर आउट हुए। इसके बाद ब्रावो और डु प्लेसिस ने मिलकर टीम को संभाला। इन दोनों ने 46 गेंद में 65 रन की साझेदारी निभाई।

ब्रावो ने अनुरीत की गेंद को एक्सट्रा कवर में स्मैश कर अपना अर्द्धशतक पूरा किया, जिससे चेन्नई ने 15 ओवर के बाद 130 रन का स्कोर पार कर लिया था। ब्रावो भाग्यशाली रहे कि पंजाब के क्षेत्ररक्षकों ने दो बार उनका कैच छोड़ा।

वेस्टइंडीज का यह खिलाड़ी लय में था, लेकिन दूसरे छोर पर नेगी (08) और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (00) लगातार गेंदों पर आउट हो गए। ब्रावो 19वें ओवर में पैवेलियन लौटे।

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जडेजा की 13 गेंद में 27 रन की पारी से चेन्नई की टीम चुनौतीपूर्ण लक्ष्य बनाने में कामयाब रही।