नई दिल्ली: ''शिखर एक शानदार बल्लेबाज हैं। उनके चोटिल होने से टीम को नुकसान हुआ है। गॉल में बल्लेबाजी करने से पहले ही शिखर को चोट लगी फिर भी उन्होंने बल्लेबाजी कर शतक बनाया और दूसरी पारी में भी चोट के बावजूद 28 रन बनाए।'' टीम इंडिया के डायरेक्टर रवि शास्त्री का बयान यह बताने के लिए काफी है कि भारतीय टीम कोलंबो टेस्ट में दोनों मंजे हुए ओपनरों के बिना उतरेगी।
मुरली विजय श्रीलंका पहुंचते ही अनफिट हो गए तो अब शिखर धवन के हथेली में चोट की वजह से बाहर होने से टीम मैनेजमेंट की परेशानी बढ़ गई है।
पिछले तीन साल से ज्यादा समय से ठोस शुरुआत के लिए टीम इंडिया शिखर -विजय पर निर्भर रही है तो दोनों ने निराश भी नहीं किया है। शिखर-विजय की जोड़ी ने 50.20 के औसत से 24 पारियों में 1205 रन बनाए हैं। वहीं अकेले मुरली के फ़ॉर्म की बात करें तो विजय ने दो साल में 16 टेस्ट खेले हैं। इन 16 टेस्टों की 29 पारियों में 44.79 की औसत से उन्होंने 1299 रन बनाए हैं, जिसमें 3 शतक और 7 अर्द्धशतकीय पारी शामिल हैं।
अगर शिखर के फ़ॉर्म की बात करें तो धवन ने दो साल में 14 टेस्ट खेलते हुए 38.84 के औसत से 971 रन बटोरे हैं। इस दौरान गब्बर के नाम से मशहूर ओपनर ने 3 शतक और 2 अर्द्धशतक बनाए हैं।
अब सवाल है कोलंबो में ओपनिंग कौन करेगा? चेतेश्वर पुजारा, केएल राहुल, अजिंक्य रहाणे या फिर रोहित शर्मा। केएल राहुल पहले टेस्ट में ओपनिंग कर चुके हैं और बल्ला नहीं चलने के बावजूद उन्हें एक मौका मिल सकता है। वहीं चेतेश्वर पुजारा को इंग्लैंड-ऑस्ट्रेलिया के खराब दौरे के बाद मौका नहीं मिला है। ऐसे में उन्हें उम्मीद है उन्हें शिखर की चोट का फायदा मिल सकता है।
मुमकिन है टीम इंडिया की इस परेशानी की वजह से नंबर तीन पर लगातार फ़्लॉप हो रहे रोहित शर्मा को भी एक और जीवनदान मिल जाए। वैसे शिखर-विजय का चोटिल होना टीम के लिए बड़ी परेशानी बन गई है और सीरीज़ में 0-1 से पिछड़ चुकी भारत को अब विनिंग कॉम्बिनेशन तलाशना होगा।