क्रिकेट मैदान पर वापस आने के लिए बेताब हैं एमएसडी

क्रिकेट मैदान पर वापस आने के लिए बेताब हैं एमएसडी

अमेरिका में महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

वनडे और टी20 टीम इंडिया के कप्तान एमएस धोनी (एमएसडी) मैदान से बाहर जरूर हैं, लेकिन उनकी व्यस्तता साफ बताती है कि वे वापसी के लिए बेताब हैं। आगरा में आर्मी-ट्रेनिंग और आसमान से छलांग लगाने के बाद टीम इंडिया के कप्तान इन दिनों अमेरिका में हैं। उन्होंने भारतीय मूल के फैन्स से अपील की कि वे भारतीय क्रिकेट टीम का हौसला बढ़ाते रहें। इस दौरान धोनी ने सचिन तेंदुलकर को भगवान का दर्जा भी दिया।

अमेरिका में न्यू जर्सी के सिद्धिविनायक मंदिर में टीम इंडिया के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने पूजा की। क्रिकेट सीरीज़
से पहले धोनी अक्सर ऐसा करते रहे हैं। रांची के पास देवड़ी मंदिर में पूजा करते हुए धोनी की तस्वीरें अक्सर न्यूज़ चैनलों पर दिखाई जाती रही हैं।

जिन दिनों टीम इंडिया श्रीलंका में टेस्ट क्रिकेट में इतिहास के पन्नों पर नए अध्याय लिखती रही, उन दिनों महेंद्र सिंह धोनी पैराजम्पिंग और आर्मी की ट्रेनिंग के जरिए अपनी फिटनेस पर भी काम करते रहे। लेकिन धोनी क्रिकेट के मैदान से ज़्यादा दिनों तक दूर नहीं रह सकते। सिर्फ़ दो हफ़्ते बाद धोनी और पूर्व क्रिकेटर विरेन्द्र सहवाग किया ओवल मैदान पर
एक साथ एक चैरिटी मैच खेलते नजर आएंगे। एंड्रयू स्ट्राउस की कप्तानी में धोनी और सहवाग की टीम रेस्ट ऑफ वर्ल्ड इलेवन टीम से टक्कर लेगी।

इत्तिफाकन रेस्ट ऑफ वर्ल्ड इलेवन टीम के कोच गैरी कर्स्टन होंगे और पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर मैनेजर की भूमिका निभाएंगे। धोनी ने इस दौरान अपने फैन्स से यह वादा किया कि वे जल्दी ही क्रिकेट मैदान पर एक्शन में नजर आएंगे।

टीम इंडिया को अगला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट दक्षिण अफ्रीका के ख़िलाफ खेलना है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 2 से 8 अक्टूबर के बीच 3 टी20 मैच, 11 से 25 अक्टूबर के बीच 5 वनडे और 5 नवंबर से 7 दिसंबर के बीच 4 टेस्ट का आयोजन होगा। इसलिए माही के फैन्स टी20 और वनडे मैचों के दौरान उनसे कारनामा करने की उम्मीद कर सकते हैं।

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माही ने इस दौरान अमेरिका में रह रहे क्रिकेट फैन्स से पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की जमकर तारीफ़ की। माही ने उन्हें अपना रोल मॉडल बताते हुए कहा कि सचिन जब भी मैदान पर आते कुछ सीखने की कोशिश करते रहे। इसकी वजह से दूसरे क्रिकेटरों के बीच हमेशा उनका रुतबा कायम रहा।