छोटे शहर से क्रिकेट की दुनिया पर राज करने वाले "थाला" धोनी

धोनी ने भारत की कमान 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में संभाली थी. अपनी आक्रामक कप्तानी के दम पर उन्होंने भारत को टी-20 वर्ल्ड कप में विजेता बना दिया था. इसके बाद धोनी ने कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं देखा.

नई दिल्ली:

भारत के सबसे सफलतम कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने स्वतंत्रता दिवस के दिन संन्यास की घोषणा कर दी. उन्होंने साल 2014 में ऑस्ट्रेलिया में भारतीय टीम (Team India) की हार के बाद टेस्ट क्रिकेट (Test Cricket) को अलविदा कहा दिया था. जिसके बाद वो लगातार वनडे और टी20 खेल रहे थे. उन्होंने इंस्टाग्राम पर वीडियो मैसेज के जरिए रिटायरमेंट की घोषणा की. विडियो शेयर करते हुए उन्होंने कैप्शन में लिखा, “शुक्रिया, प्यार और समर्थन के लिए. धन्यवाद, 19:29 बजे से मुझे रिटायर समझें.” माही ने अपने करियर की शुरुआत विस्फोटक विकेटकीपर-बल्लेबाज़ के रूप में की थी. लेकिन इसके बाद उन्होंने खुद को क्रिकेट की दुनिया के सबसे सफल कप्तानों के रूप में साबित किया. इसके अलावा उन्हें क्रिकेट की दुनिया के सर्वश्रेष्ठ फिनिशर के रूप में भी देखा जाता रहा है. भारतीय क्रिकेट में उनका योगदान अतुलनीय रहा है. धोनी का नाम हमेशा ही भारतीय क्रिकेट में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा. एक तरफ जहां "दादा" सौरव गांगुली ने टीम इंडिया को लड़ना सिखाया था, वहीं धोनी की कप्तानी में टीम ने जीत को अपनी आदत बना लिया था.

एमएस धोनी हैं तीनों बड़े आईसीसी टूर्नामेंट जीतने वाले दुनिया के इकलौते कप्तान

धोनी ने भारत की कमान 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में संभाली थी. अपनी आक्रामक कप्तानी के दम पर उन्होंने भारत को टी-20 वर्ल्ड कप में विजेता बना दिया था. इसके बाद धोनी ने कभी भी पीछे मुड़ कर नहीं देखा. उनकी कप्तानी में टीम इंडिया ने भी पीछे मुड़कर नहीं देखा. 2009 में टीम इंडिया टेस्ट रैंकिंग में भी शीर्ष पर पहुंची थी. धोनी ने इसके बाद 2011 में भारत को 50-ओवर का वर्ल्ड कप भी जिता दिया. अपने करियर में दो बड़े आईसीसी टूर्नामेंट जीतने के बाद धोनी ने 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी भी अपने नाम की. वो आईसीसी के तीनों बड़े टूर्नामेंट जीतने वाले दुनिया के पहले कप्तान हैं. तो आइये जानते है महान धोनी के जीवन के बारें में...

छोटे शहर में देखा था बड़ा सपना
माही का जन्म झारखंड में हुआ था. उनके पिता का नाम पान सिंह व माता का नाम श्रीमती देवकी देवी है. बचपन में उनको फुटबॉल खेलना ज्यादा पसंद था, लेकिन अपने स्कूल कोच की वजह से उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया. क्लब क्रिकेट में अच्छा करने के बाद उन्हें वीनू मांकड़ ट्रॉफी अंडर 16 चैंपियनशिप में भी खेलने का मौका मिला जहां पर उन्होंने सभी को प्रभावित किया.  

इंटरनेशनल क्रिकेट की पहली सीढ़ी
उन्हें 1999-2000 में रणजी ट्रॉफी में बिहार के लिए डेब्यू करने का मौका मिला. 18 साल की उम्र में अपने डेब्यू मैच में उन्होंने शानदार 68 रनों की पारी खेली थी. इस सीज़न में उन्होंने 5 मैचों में 283 रन बनाकर सबका ध्यान अपनी ओर खिंचा. साल 2000-01 में उन्होंने अपना पहला प्रथम श्रेणी शतक जमाया. इसके बाद देवधर ट्रॉफी के 4 मैचों में 244 रनों के साथ सभी उनकी तरफ भविष्य के सितारे के रूप में देखने लगे थे. जिसके बाद उन्हें दलीप ट्रॉफी फाइनल में दीपदास गुप्ता के ऊपर टीम में चुना गया था.

टीम इंडिया की तरफ बढ़ते कदम
लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बाद 2003-04 में जिम्बाब्वे व केन्या के लिए भारत ए टीम में शामिल किया गया था. इसके बाद उन्होंने इंडिया ए के लिए खेलते हुए पाकिस्तान ए के खिलाफ एक के बाद एक शतक जमाकर खुद को साबित किया. उनके इस प्रदर्शन से प्रभावित होकर सौरव गांगुली ने उन्हें टीम में शामिल किया.

इंटरनेशनल क्रिकेट की दुनिया में पहला कदम
घरेलू क्रिकेट में लगातार खुद को साबित करने के बाद धोनी ने बांग्लादेश के खिलाफ 2004 में डेब्यू किया था. अपने डेब्यू मैच में वो कुछ ख़ास नहीं कर पाए थे. हालांकि पाकिस्तान के खिलाफ वनडे सीरीज में 148 रन की पारी खेल कर उन्होंने टीम में अपनी जगह पक्की की. इसके बाद उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 183 रन की पारी खेली.

धोनी के नाम कुल 350 वनडे मैचों में 10773 रन हैं, जबकि टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 4876 रन बनाए हैं. टी20 में उन्होंने 1617 रन बनाए हैं.

कप्तानी में बनाए कीर्तिमान
वनडे में माही भारत के सबसे सफल और विश्व क्रिकेट के तीसरे सफल कप्तान हैं. माही ने 200 वनडे मैचों में भारत की कप्तानी की है, जिसमें उन्होंने 110 मुकाबले अपने नाम किये हैं. वहीं टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 27 जीत हासिल की हैं. वो भारत के दूसरे सबसे सफल टेस्ट कप्तान हैं. टी-20 क्रिकेट की दुनिया में वो भारत के ही नहीं दुनिया के सबसे सफल कप्तान हैं. उन्होंने 72 मैचों में टीम की कप्तानी की है जिसमें टीम को 41 मैचों में जीत हासिल हुई है.

आईपीएल के "थाला" धोनी
आईपीएल में धोनी चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से खेलते हैं. वो लीग के सबसे सफल कप्तानों में से एक हैं. उनकी कप्तानी में चेन्नई की टीम ने साल 2019, 2011 और 2018 का खिताब अपने नाम किया था. इसके अलावा 2010 और 2014 में उनकी टीम चैम्पियंस लीग की चैम्पियन बनने में भी सफल रही थी. आईपीएल में उनके नाम 190 मैचों में 4432 रन दर्ज हैं. इस दौरान उनका औसत 42.20 का रहा है.

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2010 में साक्षी से की थी शादी
कामयाबी के शिखर पर उन्होंने 2010 में साक्षी रावत से शादी की थी. धोनी की एक बेटी है जिसका नाम जीवा है.