करियर को लेकर सवालों के बीच धोनी की निगाहें चैंपियंस ट्रॉफी पर टिकीं

करियर को लेकर सवालों के बीच धोनी की निगाहें चैंपियंस ट्रॉफी पर टिकीं

महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

मीडिया में चल रहीं तमाम अटकलों और कयासों के बीच एमएस धोनी की निगाहें सिर्फ क्रिकेट खेलने पर टिकी हैं। टीम इंडिया के पूर्व डायरेक्टर और अब हेड कोच की रेस में शामिल रवि शास्त्री की नजर में विराट को छोटे फ़ॉर्मेट में कप्तानी देने का वक्त आ गया है। लेकिन 34 साल के धोनी इन सब बातों से दूर आने वाले सीरीज़ और टूर्नामेंट के बारे में सोच रहे हैं।

छोटा टूर्नामेंट आसान नहीं
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट संघ की वेबसाइट को दिए गए इंटरव्यू में धोनी ने कहा कि "2013 में हमने यह टूर्नामेंट जीता है। हमें पता है कि यह छोटा टूर्नामेंट कितना मुश्किल है। हम किसी भ्रम में नहीं हैं।" धोनी किसी भ्रम में नहीं हैं और फैन्स के साथ-साथ बाकी सब लोगों को भी यह भ्रम छोड़ दाना चाहिए कि धोनी जल्द ही अंतराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने वाले हैं। धोनी को पता है कि अब उनके लिए हर सीरीज़ महत्वपूर्व है और 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में कामयाबी उनके लिए 2019 वर्ल्ड कप के दरवाजे भी खोल सकती है।

आईसीसी चैंपियस ट्रॉफी से पहले धोनी को जून 2016 में ज़िम्बाब्वे में वनडे और टी-20 सीरीज़ खेलनी है। अक्टूबर 2016 में घरेलू जमीन पर न्यूज़ीलैंड के खिलाफ वे 5 वनडे खेलेंगे। इसके बाद जनवरी 2017 में इंग्लैंड के भारत दौरे पर 5 वनडे और 1 टी-20 खेलेंगे। इसके बाद IPL का 10वां सीज़न और फिर इंग्लैंड में चैंपियंस ट्रॉफी होगी।

जीतनी होगी हर सीरीज
धोनी के नाम आईसीसी की तीनों ट्रॉफी हैं। उनके पास साबित करने के लिए कुछ नहीं है, लेकिन क्रिकेट का जुनून टीम इंडिया के इस सबसे सफल कप्तान में मरा नहीं है। हालांकि पता उन्हें भी होगा कि जिस रफ्तार से विराट बढ़ रहे है, उन्हें अब कप्तान बने रहना है तो हर सीरीज़ जीतनी होगी। 2017 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी उनके करियर के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।


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