ये खिलाड़ी भी रहे दुर्भाग्यशाली, हर्षा भोगले ने उठाया बीसीसीआई सालाना अनुबंध पर सवाल

ये वो खिलाड़ी हैं, जो भारत के लिए खेल चुके हैं और भारत ए टीम के साथ न्यूजीलैंड दौरे पर जाने के लिए तैयार हैं. 

ये खिलाड़ी भी रहे दुर्भाग्यशाली, हर्षा भोगले ने उठाया बीसीसीआई सालाना अनुबंध पर सवाल

पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ी हालात और नियमों का शिकार हो गए

खास बातें

  • बीसीसीआई ने किया सालाना अनुबंध का ऐलान
  • एमएस धोनी को नहीं मिल सकी जगह
  • शीर्ष ग्रुप में बनायी सिर्फ तीन खिलाड़ियों ने जगह
नई दिल्ली:

पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) को बीसीसीआई द्वारा सालाना अनुबंध न दिया जाना करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों के बीच और सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन हुआ है. लेकिन यहां कई ऐसे खिलाड़ी भी हैं, जिनका बाहर किया जाना भी थोड़ा हैरानी का विषय बना हुआ है, तो वहीं कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रह गए, जिन पर भी दुर्भाग्य रूपी नियमों की मार पड़ी. और ये खिलाड़ी खुद को काफी हतोत्साहित महसूस कर रहे होंगे. ये वो खिलाड़ी हैं, जो भारत के लिए खेल चुके हैं और भारत ए टीम के साथ न्यूजीलैंड दौरे पर जाने के लिए तैयार हैं. 

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कहा जा सकता है कि युवा पृथ्वी शॉ, संजू सैमसन और शुबमन गिल जैसे खिलाड़ी नियमों के लपेट में आ गए. कारण यह है कि बीसीसीआई के नियमों के अनुसार अनुबंध हासिल करने के लिए आपको तय अवधि (सितंबर 2019 से अनुबंध दिए जाने तक) निश्चित मैच खेलने होते हैं. लेकिन पृथ्वी शॉ चोट के कारण बाहर रहे, तो शुबमन गिल और संजू सैसमन भी उतने मैच नहीं खेल सके, जिससे की उन्हें अनुबंध की पात्रता हासिल हो पाती. 


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बहरहाल, एक और केस बहुत ही रुचिकर है. और वह है दिनेश कार्तिक का.  दिनेश कार्तिक सी ग्रेड में शामिल थे, लेकिन बोर्ड ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया और इस पर मशहूर कमेंटेटर हर्षा भोगले ने सवाल उठाया है. हर्षा के सवाल में बहुत ही ज्यादा दम है और उन्होंने कहा कि जिन भी खिलाड़ियों को अनुबंध दिया गया है, उसमें सिर्फ दो ही विकेटकीपर हैं. ऋषभ पंत और रिद्धिमान साहा. 

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ऋषभ पंत की फॉर्म से सभी जगजाहिर हैं. और दो  विकेटकीपिरों का होना यह भी बताता है कि संजू सैमसन को समय रहते पर्याप्त मौके नहीं ही मिले.