यह ख़बर 06 जून, 2013 को प्रकाशित हुई थी

चैंपियंस ट्रॉफी : शिखर धवन के शतक के दम पर भारत ने दक्षिण अफ्रीका को पीटा

खास बातें

  • शिखर धवन के पहले एक-दिवसीय शतक के बाद गेंदबाजों तथा क्षेत्ररक्षकों के उम्दा प्रदर्शन की बदौलत भारत ने रोमांचक मैच में दक्षिण अफ्रीका को 26 रन से हरा दिया।
कार्डिफ:

शिखर धवन के पहले एक-दिवसीय शतक के बाद गेंदबाजों तथा क्षेत्ररक्षकों के उम्दा प्रदर्शन की बदौलत भारत ने चैंपियंस ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट के ग्रुप-बी के रोमांचक मैच में दक्षिण अफ्रीका को 26 रन से हरा दिया।

दक्षिण अफ्रीका की टीम भारत के रिकॉर्ड 332 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए रेयान मैकलारेन (नाबाद 71), कप्तान एबी डिविलियर्स (70) और रोबिन पीटरसन (68) के अर्धशतकों के बावजूद 305 रन पर सिमट गई।

भारत की ओर से रविंद्र जडेजा ने हरफनमौला प्रदर्शन करते हुए नाबाद 47 रन की पारी खेलने के अलावा नौ ओवर में 31 रन देकर दो विकेट भी चटकाए। भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा और उमेश यादव ने दो-दो विकेट हासिल किए। टीम इंडिया ने इस तरह चैंपियंस ट्रॉफी में दक्षिण अफ्रीका पर अपना दबदबा बरकरार रखा। भारत ने इससे पहले 13 अक्टूबर, 2000 को नैरोबी में 95 रन, जबकि 25 सितंबर, 2002 को कोलंबो में इस टीम पर 10 रन की जीत दर्ज की थी।

भारत ने इससे पहले शिखर धवन (114) के वनडे करियर के पहले शतक के दम पर सात विकेट पर 331 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया था, जो सोफिया गार्डन्स पर किसी भी टीम का सबसे बड़ा स्कोर है। इससे पहले भारत ने ही यहां इंग्लैंड के खिलाफ छह विकेट पर 304 रन बनाए थे, लेकिन तब उसे हार का सामना करना पड़ा था।

लक्ष्य का पीछा करने उतरे दक्षिण अफ्रीका ने चौथे ओवर में 31 रन तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों कोलिन इनग्राम (6) और हाशिम अमला (22) के विकेट गंवा दिए। इनग्राम को भुवनेश्वर कुमार, जबकि अमला को उमेश यादव ने पैवेलियन भेजा। इसके बाद पीटरसन, अश्विन की गेंद को खेलने के बाद रन के लिए दौड़े, लेकिन मिड विकेट पर जडेजा ने गोता लगाते हुए गेंद रोकी और इसे विकेटकीपर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पहुंचाया, जिन्होंने गिल्लियां बिखेरने में कोई गलती नहीं की। पीटरसन ने 72 गेंद की अपनी पारी में छह चौके मारे।

जडेजा ने इसके बाद गेंदबाजी में वापसी करते हुए जेपी डुमिनी (14) को पगबाधा आउट किया। उमेश यादव ने अगले ओवर में अपने नए स्पैल में डिविलियर्स को फॉरवर्ड स्क्वायर लेग पर जडेजा के हाथों कैच कराया, जबकि डेविड मिलर एक भी गेंद खेले बिना रन आउट हुए। दक्षिण अफ्रीका ने छह रन के भीतर तीन विकेट गंवाए।

डु प्लेसिस (30) और रेयान मैकलारेन ने 4.4 ओवर में 50 रन जोड़कर टीम को वापसी दिलाई। इशांत ने अपने नए स्पैल की अपनी तीसरी गेंद पर ही डु प्लेसिस को मिड ऑफ पर रैना के हाथों कैच करा दिया। इशांत ने इसके बाद रोरी क्लेनवेल्ट (4) को पैवेलियन भेजकर दक्षिण अफ्रीका को आठवां झटका दिया। टीम को अंतिम 10 ओवर में जीत के लिए 81 रन की दरकार थी, लेकिन टीम मैकलारेन और मोर्ने मोर्कल (8) के बीच अंतिम विकेट की 48 रन की साझेदारी की बावजूद लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाई। मैकलारेन ने 61 गेंद का सामना करते हुए 11 चौके और एक छक्का मारा।

इससे पहले, दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीता और भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया। शिखर धवन और रोहित शर्मा ने पहले पांच ओवर में 15 रन जोड़कर भारत को सतर्क शुरुआत दिलाई। रोहित ने लोनवाबो सोतसोबे पर डीप कवर के ऊपर से छक्का जड़ने के बाद क्लेनवेल्ट पर दो चौके मारे। धवन ने भी स्पिनर पीटरसन पर लगातार दो चौके जड़े। रोहित ने डुमिनी की गेंद पर एक रन के साथ 63 गेंद में अर्धशतक पूरा किया।

दाएं हाथ का यह बल्लेबाज रेयान मैकलारेन की गेंद को पुल करने की कोशिश में डीप स्क्वायर लेग पर पीटरसन को कैच दे बैठा। उन्होंने 81 गेंद की अपनी पारी में आठ चौके और एक छक्का मारा। धवन ने मैकलारेन की गेंद पर एक रन के साथ सिर्फ 44 गेंद में अर्धशतक पूरा किया। धवन पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। उन्होंने सोतसोबे पर चौका जड़ने के बाद इस तेज गेंदबाज पर सीधा छक्का भी जड़ा और फिर क्लेनवेल्ट पर लगातार दो चौकों के साथ सिर्फ 80 गेंद में अपने करियर का पहला वनडे शतक पूरा किया।

धवन अगले ओवर में भाग्यशाली रहे, जब डुमिनी की गेंद को आगे बढ़कर खेलने की कोशिश में चूक गए, लेकिन डिविलियर्स स्टंप नहीं उखाड़ पाए। बल्लेबाजी पावर प्ले में भारत ने पांच ओवर में 36 रन जोड़े, जबकि इस दौरान धवन और दिनेश कार्तिक के विकेट गंवाए। धवन ने डुमिनी की गेंद पर स्थानापन्न खिलाड़ी आरोन फांगिसो को कैच थमाया। उन्होंने 94 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके और एक छक्का मारा।

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कार्तिक (15 गेंद में 14 रन) ने डुमिनी पर छक्का जड़ा, लेकिन मैकलारेन की गेंद पर डिविलियर्स को कैच दे बैठे। सुरेश रैना छह गेंद में नौ रन बनाने के बाद मैकलारेन का शिकार बने, जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 26 गेंद में 27 रन बनाने के बाद सोतसोबे की गेंद पर डु प्लेसिस को कैच थमाया। जडेजा ने अंतिम ओवर में तेजी से रन बटोरे, जिससे भारत ने अंतिम 10 ओवर में 82 रन जोड़े। मैकलारेन ने 70 रन देकर तीन विकेट चटकाए। सोतसोबे ने 83, जबकि क्लेनवेल्ट ने 81 रन लुटाए। सोतसोबे को दो विकेट मिले।